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Showing posts from December, 2023

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्

22 SUV कारों को उनके निचे से लीम्बो स्केटिंग कर गुजरात की तक्षवी वाघानी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

स्केटिंग करना एक ऐसा व्यायाम और खेल हैं, जिसे करने में आनंद भी आता हैं और शरीर तंदरुस्त भी रहता हैं। स्केटिंग करने के कई शारीरिक एवं मानसिक लाभ है जैसे स्केटिंग करने से पैरों की ताकत बढ़ाने के साथ-साथ  शरीर के सभी मसल्स की भी एक्सरसाइज हो जाती है। स्केटिंग करने से स्केटर के हाथ पैरों की बिच सामन्जस्य बढ़ता हैं और साथ में  एकाग्रता भी बढ़ती हैं। स्केटिंग करना सायकिल चलाने की तुलना में अधिक फायदेमंद हैं। स्केटिंग कई प्रकार की होती हैं जैसे रोलर स्केटिंग, आइस स्केटिंग, इनलेन स्केटिंग। रोलर स्केटिंग का भारत में अधिक चलन हैं। स्केटिंग द्वारा खेले जाने वाले कई खेलों में  लिंबो स्केटिंग एक ऐसा खेल है, जिसमें व्यक्ति पैरों में रोलर स्केट्स पहन लंबी-लंबी छड़ों या रॉड (बार्स) के नीचे से होकर गुजरता है। इस स्पोर्ट्स में उसे दोनों पैरों को फैलाकर बार्स और जमीन से बिना टकराए काफी कम समय में एक लंबी दूरी तय करनी होती है। लिंबो स्केटिंग को रोलर लिंबो भी कहा जाता है। अहमदाबाद, गुजरात की लिम्बो स्केटर कु. तक्षवी वाघानी ने लिंबो स्केटिंग में ऐसा करतब दिखाया की सबको हैरत में डाल दिया। शायोना सर्वोपरी, घाटलोद

3 वर्ष की लोव्या माहेश्वरी ने एक मिनट में सबसे ज्यादा हुला हुप्स कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

हु ला हूप एक मनोरंजक खेल से बढ़कर फुल बॉडी एक्सरसाइज हैं। जिसमे प्लास्टिक या किसी अन्य धातु की गोल रिंग को कमर के चारों तरफ घुमाना होता हैं। बच्चे अधिकतर हुला हूप को मनोरंजन के लिए खेलते हैं। किन्तु ये मजेदार होने के साथ-साथ वेट लोस (Weight Loss) करने में भी काफी मददगार हैं, इसकी मदद से आप पेट और कमर के आस पास जमा चर्बी को भी आसानी से कम कर सकते हैं। हुला हूप करने में पूरी कमर में जोर लगाना पड़ता है। इससे कंधे से लेकर पैरों तक की मसल्स की एक्‍सरसाइज होती है। खासकर कमर को सही शेप मिलता है। इसे सीखना कठिन भी नहीं है। शुरुआत में तो यह धीमा ही होता है लेकिन लगातार प्रैक्टिस से आप इसे अच्‍छे से कर सकते है। 1 घंटे तक ट्रेडमिल पर एक्सरसाइज करने पर जितनी कैलोरीज बर्न होती है, उतनी आप 15 मिनट हुला हूपिंग करके बर्न कर सकते हैं। दिन भर की थकान और स्ट्रेस को दूर करने के लिए भी हुला हूप का सहारा लिया जा सकता है, यह मन और दिमाग को शांत रखता हैं और साथ ही एकाग्रता बढ़ाने में भी काफी मददगार हैं। अगर बच्चों की प्रतिभा को बचपन से ही पहचान लिया जाए, तो वो कमाल कर सकते हैं। कुछ ऐसा ही जयपुर, राजस्थान की नन्

एक ही विश्वविद्यालय से सर्वाधिक मास्टर डिग्री अर्जित कर श्री रमेश कुमार चंद्रवंशी जी ने गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाया अपना नाम

मानव जीवन में शिक्षा का बहुत महत्त्व हैं। शिक्षित मनुष्य को समाज में प्रतिष्ठा तथा जीवन में सफलता की प्राप्ति होती हैं। शिक्षा सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है। अपने जीवन में शिक्षा के इस साधन का उपयोग करके बहुत कुछ अच्छा प्राप्त किया जा सकता हैं। शिक्षा उज्जवल भविष्य के लिए आवश्यक होने के साथ-साथ देश के विकास एवं प्रगति के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसीलिए जन-जन तक शिक्षा पहुंचनी चाहिए क्योंकि देश व समाज का विकास तभी संभव है जब सभी लोग शिक्षित हों। कहा जाता हैं कि शिक्षा एवं ज्ञान ऐसा धन हैं, जिसे कोई न तो कोई चुरा सकता हैं और न ही कोई किसी से छीन सकता हैं। अर्जित शिक्षा कभी निरर्थक नहीं जाती है, शिक्षा का वास्तविक अर्थ ज्ञान प्राप्ति है। मनुष्य की खासियत है कि वह निरंतर ज्ञान की तलाश करता है और नए अनुभवों को प्राप्त करने की इच्छा रखता है। पढ़ने एवं सिखने की यही ललक व्यक्ति को जीवन के काफी उचाईयों तक ले जाती हैं। "निरंतर कुछ नया सीखना, ज्ञानार्जन एवं शिक्षण ही बुद्धिजीवियों की निशानी हैं" इस कथन को सत्य प्रमाणित किया हैं छत्तीसगढ़, कबीरधाम जिले

एक घंटे में सर्वाधिक आइब्रो थ्रेडिंग करके अकोला की ज्योति विलास विनचंकर जी बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

सुन्दर दिखने की चाहत महिला हो या पुरुष दोनों में ही होती है। प्राचीन काल से आज तक प्रत्येक महिला व पुरुष स्वयं को सुन्दर दिखने के लिए कई प्रकार के उपायों एवं सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग करते आये हैं। आज के युग में भी हर कोई सुन्दर दिखना चाहता हैं हलांकि पुराने समय के मुकाबले आज के समय में सुन्दरता के मापदंडों में भी काफी बदलाव आया हैं। ऐसा माना जाता है कि सुन्दर व आकर्षक दिखने वाले व्यक्ति सामान्य दिखने वालो की अपेक्षा अधिक कामयाब होते हैऔर साथ ही आकर्षक व्यक्ति की समाज में पूछ-परख भी अधिक होती हैं। सुन्दर दिखने की होड़ ने ब्यूटीशियन तथा ब्यूटी पार्लर जैसे व्यवसायों को जन्म दिया है। ब्यूटी पार्लर, आजकल के तेजी से बदलते जीवनशैली में सुंदरता और आत्म-देखभाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।  यह रोजगार उन्मुख व्यवसाय के रूप में दिनों-दिन काफी प्रचलित हो गया है। ब्यूटीशियन तथा ब्यूटी पार्लर जैसे कोर्स भी आज उपलब्ध है जहाँ आपको सिखाया जाता है कि आप दूसरों को सुंदर कैसे बना सकते हैं। महाराष्ट्र, अकोला की श्रीमती ज्योति विलास विनचंकर जी (Mrs.  Jyoti Vilas Vinchankar ) ने महज 12 वर्ष की आयु से ह

बरेली, उत्तर प्रदेश की लेखिका श्रीमती नीलम रानी गुप्ता जी का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

कविता साहित्य का एक महतवपूर्ण अंग है। कविता की एक निश्चित परिभाषा देना कठिन है लेकिन इतना कहा जा सकता है कि किसी प्रसंग या भाव को छंद, अलंकार, रस आदि का उपयोग कर कलात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाए तो वह कविता या काव्य कहलाता हैं। हर एक पंक्ति में कविता अपने भाव और महत्त्व को प्रकट करती है। कविता लेखन एक एसी कला है जिसमें शब्दों की सहेज से एक अद्वितीय और सुंदर रचना बनती है। कविता के माध्यम से हम संसार के सुख, दु:ख, आनन्द आदि का यथार्थ रूप से अनुभव कर सकते हैं। कविता लेखन एक ऐसी महत्वपूर्ण कला और साहित्यिक विधा है जिसे कवि अपनी भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करने का एक माध्यम मानते हैं। बरेली, उत्तर प्रदेश की श्रीमती नीलम रानी गुप्ता जी (Mrs. Neelam Rani Gupta) ने अपनी काव्य रचनाओं एवं साहित्य माध्यम से अपने पाठको के हृदय में एक विशेष स्थान सुनिश्चित कर लिया हैं।  काव्य और साहित्य रचने की कला में निपुण नीलम गुप्ता जी ने अपनी कलम से कई ऐसे काव्य रचे हैं जिन्होंने विश्व कीर्तिमान स्थापित काव्य रचना के क्षेत्र में एक नया इतिहास लिख दिया।  श्रीमती नीलम रानी गुप्ता जी द्वारा लिखित एवं सम्पादित 10

सात वर्ष की उम्र में संगीत में डिप्लोमा कर आद्या गर्नायक बनी दुनिया की सबसे कम उम्र की म्यूजिक कम्पोज़र गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज

संगीत भावनाओं और अनुभूतियों को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। संगीत सुनने से व्यक्ति के मस्तिष्क और मन दोनों को एक साथ आनंद की अनुभूति होती है। संगीत एक ऐसी कला हैं, जो विभिन्न राजनीतिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों एक साथ को जोड़ता है, इसीलिए संगीत को वैश्विक भाषा भी कहा जाता हैं। म्यूजिक कम्पोजीशन एक ऐसी क्रिया है जिसमें संगीत बनाने की प्रक्रिया होती है। एक कम्पोजर या संगीतकार स्वर, ताल, और लय को जोड़कर एक सुंदर और अद्वितीय धुन बनाता है। म्यूजिक कम्पोजीशन एक ऐसी रचनात्मक प्रक्रिया हैं जिसके माध्यम से संगीतकार बिना किसी भाषा के सभी प्रकार के भावों को व्यक्त कर सकता हैं और साथ ही संगीत के सहारे व्यक्ति अपने भीतर एक काल्पनिक दुनिया का निर्माण कर सकता हैं। शिव नादर स्कूल, गुरुग्राम की कक्षा दूसरी की छात्रा आद्या गर्नायक ने महज सात वर्ष की उम्र में पियानो से म्यूजिक कम्पोजिशन में डिप्लोमा पूरा कर एक इतिहास रच दिया हैं। नन्ही आद्या ने महज डेढ़ वर्ष के प्रेक्टिस के बाद यह कारनाम कर दिखाया। आद्या द्वारा सबसे कम उम्र में म्यूजिक कंपोजिशन में डिप्लोमा पूरा करने के इस कारनामे

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज देवकी रामधारी फाउंडेशन का नेत्रदानी देहदानी सम्मान समारोह

आँखे हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग हैं, आँखों के अभाव में जीवन कितना मुश्किल हो सकता है इसकी कल्पना हम कुछ मिनट अपनी आँखें बंद करके कर सकते हैं। किसी भी व्यक्ति की आँखे न केवल उसे जीवनभर रोशनी देकर उसके जीवन को सुगम बनाती हैं बल्कि उसके मरने के बाद भी किसी ओर के जीवन से भी अंधकार को दूर कर सकती हैं। यह नेत्रदान से संभव किया जा सकता हैं, नेत्रदान के जरिए ही उन लोगों के जीवन में रोशनी लाई जा सकती है जिन्हें अंधेरा अभिशाप के रूप में मिला है। ठीक इसी प्रकार देहदान का भी बहुत अधिक महत्त्व होता हैं। देहदान से व्यक्ति मरणोपरांत किसी को जीवन दान देने के साथ-साथ चिकित्सा जगत में ऐसा सहयोग प्रदान करता है जिससे आने वाले कई वर्षों तक चिकित्सक बहुत से लोगों की जान बचाता हैं। देहदान किये हुए शरीर को चिकित्सा के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी, एक शिक्षक की तरह सम्मान देते है क्योकि उसके माध्यम से वे मानव शरीर पर शोध एवं जटिल ऑपरेशन्स करना सिखते हैं। नेत्र-दान एवं देह-दान के प्रति लोगो को जागरूक करने हेतु  रायगढ़,  छत्तीसगढ़ के युवा समाजसेवी श्री दीपक डोरा जी (Mr. Deepak Dora) द्वारा देवक

बलौदाबाजार-भाटापारा का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज, हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत सवा लाख से भी अधिक लोगों द्वारा हस्ताक्षर कर रचा विश्व कीर्तिमान

महिला सशक्तिकरण और बेटियों को समर्पित एक समाज, जो उन्हें सम्मान, स्वतंत्रता और स्वाधीनता का अधिकार प्रदान करता है, हमारे समाज की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महिला सशक्तिकरण न केवल उनके व्यक्तिगत विकास को सुनिश्चित करता है, बल्कि समृद्धि और समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान करता है। देश की सम्रद्धि एवं विकास में देश की महिलाओं एवं बेटियों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। "महिला सशक्तिकरण" एवं "बेटी हैं तो कल है" यह ऐसे संकल्प है जो हमें यह याद दिलाते हैं कि समाज की समृद्धि में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।  सशक्त महिला समाज में न केवल अपने लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक ऊर्जा स्रोत बनती है जो समृद्धि की दिशा में काम करती है।  महिला सशक्तिकरण और बेटियों को समर्पित समाज से ही समृद्धि की दिशा में कदम से कदम मिलाकर चलना हमारे समाज को सुदृढ़ बना सकता है और हमें सकारात्मक दिशा में एक सशक्त और समृद्ध भविष्य की ओर पहुँचा सकता है। छत्तीसगढ़, बलौदाबाजार-भाटापारा कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री चन्दन कुमार जी (Mr. Chandan Kumar, IAS) एवं जि

भारत की बेटी अंजलि शर्मा ने माउंट किलिमंजारो की चोटी पर साड़ी पहन कर चढ़ाई कर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज किया

पर्वतारोहण दशकों से रोमांचक खेलों (Adventure Sports) की श्रेणी में आने वाले खेलों सबसे लोकप्रिय खेल मान जाता हैं। इसने दुनिया भर रोमांच पसंद करने वाले लोगों को हमेशा उत्साहित किया हैं। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई ऐसे स्थान हैं जहां पहाड़ की चढ़ाई और ट्रैकिंग का आनंद लिया जा सकता है। पर्वतारोहण के लिए उत्तम कौशल, साहस और शारीरिक क्षमता की आवश्यकता होती है। पर्वत श्रृंखलाओं की ऊँची चोटियों पर चढना कोई आसान काम नहीं होता है। इसमें अनेकों खतरे और जोखिम होते हैं। मौसम की स्थितियाँ ऐसी होती हैं जिनका पूर्वानुमान नहीं किया जा सकता है। मौसम की असहनीय स्थितियों के साथ-साथ असमतल भू-भाग और भी कठिनाई पैदा करते हैं। इन विषम परिस्तिथियों के बावजूद पर्वतारोहण ने साहसिक कार्यों में रूचि रखने वाले लोगों को आकर्षित किया है। तंजानिया में स्थित माउंट किलिमंजारो अफ्रीका का सबसे ऊंचा पर्वत है, जिसकी ऊंचाई लगभग 5,895 मीटर है। माउंट किलिमंजारो अफ़्रीकी महाद्वीप का सबसे ऊँचा पर्वत और दुनिया का सबसे ऊँचा स्वतंत्र पर्वत है। माउंट किलिमंजारो दुनिया भर के पैदल यात्रियों और पर्वतारोहियों के लिए एक लोकप्रिय गंत

3500 किलो स्क्रैप मेटल से निर्मित महात्मा गाँधी जी की प्रतिमा गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

स्क्रैप मेटल आर्ट जिसे कई जगहों पर "जंक आर्ट" भी कहा जाता हैं एक ऐसी कला हैं जिसमे कबाड़ अथवा अनुपयोगी मेटल के टुकड़ो का पुनः उपयोग कर उसे एक सुन्दर आर्ट वर्क के रूप में प्रस्तुत किया जाता हैं। स्क्रैप मेटल कला न केवल सुंदरता की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें एक महत्वपूर्ण संदेश भी छुपा होता है। इस कला के माध्यम से कलाकार यह सन्देश देता हैं कि कैसे सही दृष्टिकोण और रचनात्मक सोच से वेस्ट को बेस्ट में परिवर्तित किया जा सकता हैं। आज, स्क्रैप धातु कला एक जीवंत और विविध क्षेत्र में विकसित हो गई है, जिसमे कलाकार अपनी रचनात्मकता के माध्यम से मूर्ति, फर्नीचर एवं सजावट सामग्री आदि चीजों का निर्माण करता हैं। स्क्रैप धातु से बने मूर्तियों एवं सजावट सामग्री की अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में अच्छी मांग हैं। देश-दुनिया के कला प्रेमी लोग इस प्रकार कलाकृतियों को खरीदना बेहद पसंद करते हैं। राजस्थान, जोधपुर के हेंडीक्राफ्ट निर्यातक श्री अजय शर्मा जी (Mr. Ajay Sharma ji) कबाड़ से कलाकृतियाँ बनाने में देश- दुनिया में काफी प्रसिद्ध हैं। अजय शर्मा दुनिया के कुछ ऐसे कलाकारों में से हैं जो लगातार कुछ नय