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पोषण निवेश कार्यक्रम दौरान नवविवाहित, गर्भवती और शिशुवती महिलाओं ने फलदार पौधों का रोपण बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

वनों की कटाई पृथ्वी के जलवायु परिवर्तन के मुख्य कारणों में से एक है। कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि वनों की कटाई लगभग 18-25% जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है। यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य प्रमुख संगठन जैसे कुछ बड़े संगठन दुनिया भर में वृक्षारोपण को प्रोत्साहित कर रहे हैं। सरल शब्दों में, वृक्षारोपण का अर्थ है किसी क्षेत्र में अधिक पेड़ उगाने के लिए जमीन में पौधे लगाना। जिन देशों में वनों की कटाई बहुत बढ़ गई है, वहां वृक्षारोपण की बहुत आवश्यकता है। वनों की कटाई के कारण हवा में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ रही है, और सूर्य की यूवी किरणों को के कारण वातावरण को गर्म हो रहा है। वृक्षारोपण के माध्यम से वनों की कटाई के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं को सीमित किया जा सकता है। क्योंकि अधिक से अधिक पेड़ लगाना ही इस समस्या को दूर करने का एकमात्र तरीका हैं क्योंकि वे हवा से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, जिससे हवा साफ होती है। वृक्ष संपूर्ण जगत के जीवों के मूलभूत आवश्यकताओं में सर्वप्रथम आवश्यकता है। वृक्षों एवं वनस्पतियों के माध्यम से ही इस धरती पर स्थित मा

बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में SVEEP के अंतर्गत आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता और अम्ब्रेला रैली गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

लोकतांत्रिक देश में मतदान की अहम भूमिका होती है। लोकतंत्र में नागरिकों के लिए मतदान एक नागरिक कर्तव्य से भी अधिक है। वोट देने के अधिकार के माध्यम से किसी देश के नागरिक का प्रत्येक वोट उस देश के भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका निभाता है और उन नीतियों को प्रभावित करता है जो लोगों के कल्याण के लिए बनाई जाती हैं। वास्तव में, मतदान राष्ट्र की दिशा तय करता है और एक ऐसी सरकार सुनिश्चित करता है जो आम जनता के वैकल्पिक दृष्टिकोण और आकांक्षाओं को पहचानती है। मतदान लोगों को उन निर्णयों में अपनी बात रखने का अधिकार देता है जो उनके जीवन को प्रभावित करते हैं। देश के बारे में लिए गए निर्णयों में अपनी राय रखने के लिए लोगों को वोट देने के लिए प्रेरित करना महत्वपूर्ण है और मतदान प्रक्रिया ऐसा करने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है। मतदान प्रक्रिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मतदाता जागरूकता अभियान महत्वपूर्ण हैं, जिसका लक्ष्य अधिक लोगों को हमारे लोकतंत्र में भाग लेने और वोट देने के लिए प्रेरित करना है।  लोकसभा निर्वाचन में

बेमेतरा जिले की हज़ारों महिलाओं ने मतदान की शपथ ग्रहण कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया

भारत में महिलाओं की स्थिति हमेशा एक समान नहीं रही है। इसमें समय-समय पर हमेशा बदलाव होता रहा है। यदि हम महिलाओं की स्थिति का आंकलन करें तो पता चलेगा कि वैदिक युग से लेकर वर्तमान समय तक महिलाओं की सामाजिक स्थिती में अनेक तरह के उतार-चढ़ाव आते रहे हैं, और उसके अनुसार ही उनके अधिकारों में बदलाव भी होता रहा है। इन बदलावों का ही परिणाम है कि महिलाओं का योगदान भारतीय राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्थाओं में दिनों-दिन बढ़ रहा है। लोकतंत्र में मतदान की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। इसमें महिलाओं का मतदान के प्रति जागरूक होना अति आवश्यक हैं। यदि महिलाएं जागरूक हो तो वह अपने पूरे परिवार को मतदान के लिए प्रेरित कर बूथ तक पहुंचाने का क्षमता रखती है। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में महिला मतदाता जागरूकता के लिए एक विशेष आयोजन जिले के प्रत्येक नगरीय निकाय और प्रत्येक ग्राम पंचायत के प्रत्येक वार्ड में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जिला कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री रणबीर शर्मा जी (Mr. Ranbir Sharma, IAS) एवं सी.ई.ओ. जिला पंचायत श्री टेकचन्द अग्रवाल जी (Mr. Techand Agrawal, CEO

वरिष्ठ चित्रकार श्री पुरुषोत्तम सोलंकी जी ने पुराने तरीके से कैनवास पर फ़िल्मी पोस्टरों का चित्रण कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को दुनिया भर में बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है। दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने का रिकॉर्ड भारत के नाम है। सेंसर बोर्ड के मुताबिक भारत में हर साल करीब 20 से भी ज्यादा भाषाओं में 1500 से 2000 फिल्में बनाई जाती हैं। भारतीय सिनेमा की शुरुआत 1913 में हुई, जब भारत की पहली मूक फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' बनी थी। यह फिल्म जाने-माने लेखक भारतेंदु हरिशचंद्र के नाटक 'हरिशचंद्र' पर आधारित थी। इस फिल्म को महान फिल्ममेकर दादा साहब फाल्के जी ने बनाया था। फाल्के जी के प्रयासों से ही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की नींव पड़ी। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के शुरूआती दौर में में तकनिकी इतनी विकसित नहीं थी, उस समय फिल्मों के पोस्टर चित्रकारों द्वारा हाथों से निर्मित किये जाते थे। आज तो ऐसा समय है जब पोस्टर को बड़ी और अच्छी तकनीकों के साथ चमका कर और एडिटिंग सॉफ्टवेयर के साथ बनाया जाता है। कहा जाता है एक फिल्म की सफलता का आधार कई प्रतिशत तक उसके पोस्टर पर भी निर्भर करता है। किसी भी फिल्म का पहला इम्प्रेशन उसका पोस्टर ही होता हैं इसलिए इन फ़िल्मी पोस्टरों के निर्माण में कड़ी मेहनत क

बिना ऑपरेशन होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के माध्यम से सबसे बड़ी पथरी का इलाज कर डॉ. हेमंत श्रीवास्तव ने रचा विश्व कीर्तिमान

किडनी स्टोन की समस्या सभी उम्र के लोगों कॉफी कॉमन है। बोलचाल की भाषा में इसे किडनी में पत्थर बनना या पथरी भी कहा जाता हैं। चिकित्सकों के अनुसार किडनी स्टोन असल में कोई पत्थर नहीं होते है। हमारी किडनी रक्त से अपशिष्ट को फिल्टर करती है, जो मूत्र के माध्यम से बाहर आ जाते हैं। कभी-कभी, मूत्र में सॉल्ट और अन्य खनिज अधिक हो जाते हैं जो ठीक से फिल्टर नहीं हो पाते हैं, यही खनिज इकट्ठा होकर पथरी का रूप ले लेते हैं। आमतौर पर 30-40 की उम्र में पुरुषों और स्त्रीयों में गुर्दे की पथरी होने की आशंका सबसे अधिक होती है। हालांकि, यह साम्स्य किसी को भी हो सकती है। शारीर में किडनी स्टोन होने के कई कारण हो सकते हैं। बहुत बार लम्बे अंतराल से यदि आप दवाइयों का सेवन कर रहे हैं और आपकी किडनी इसको फिल्टर नहीं कर पा रही है तो, इससे भी स्टोन बनने का खतरा हो सकता है। कभी-कभी ये पथरी आकार में बड़ी होकर पेशाब में रुकावट, दर्द का कारण बन सकती है। पथरी एक दर्दनाक स्थिति है, लेकिन आहार और जीवनशैली में कुछ परिवर्तनों से आप इसके प्रभावों को कम कर सकते हैं। यदि किसी मनुष्य में इस समस्या से सम्बंधित लक्षण दिखाई देते हैं त

साईकिल गुरु, आदित्य कुमार जी का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

बेहतर शिक्षा सभी के लिए जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत आवश्यक है। यह हममें आत्मविश्वास विकसित करने के साथ ही हमारे व्यक्तित्व निर्माण में भी सहायता करती है। स्कूली शिक्षा सभी के जीवन में महान भूमिका निभाती है। शिक्षा हमें न केवल हमारा व्यक्तिगत विकास करती है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन लाती है। यह हमें समाज में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिक्षा हमें अधिक सभ्य और बोद्धिक विकास की दिशा में आगे बढ़ने की सामर्थ्य प्रदान करती है। माता-पिता और शिक्षकों के संघर्षों से हम शिक्षित और समर्पित व्यक्तियों में बदल जाते हैं। वे हमारे वास्तविक मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सफलता की ओर आगे बढ़ने में मदद करते हैं। भारत देश में कई ऐसे शिक्षक हुए हैं जिन्होंने अत्यंत समर्पण और निस्वार्थ भाव से शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे ही एक शिक्षक हैं, जो बेहद अनोखे अंदाज में शिक्षा देते रहते हैं, उनका नाम है श्री आदित्य कुमार जी (Mr. Aditya Kumar), उर्फ ​​'साइकिल वाले गुरुजी'।  फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश में जन्मे, श्री आद

भगवान विष्णु के नाम का सर्वाधिक बार जाप करके बनाया विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

भारतीय संस्कृति एवं हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान विष्णु का बहुत अधिक महत्त्व है जिन्हें त्रिमूर्ति का एक हिस्सा माना जाता है। भगवान विष्णु ने अपने अवतारों के माध्यम से धरती पर बार-बार प्रकट होकर धर्म की स्थापना की है। भगवान  विष्णु हिन्दू धर्म में सर्वोत्तम परमात्मा के रूप में माने जाते हैं। उन्हें सृष्टि का परिचालक या पालनकर्ता भी कहा जाता हैं। भगवान विष्णु हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण और प्रिय देवता हैं उनके पूजा-अर्चना के लिए अनेक स्तोत्र और भजन भी हैं जो उनकी महिमा को गाते हैं। भगवान विष्णु की आराधना करने के कई तरीके एवं उपाय प्रचलित हैं जिनमे से एक हैं विष्णु सस्त्रनाम का पाठ करना। शास्त्रों के अनुसार विष्णु सहस्रनाम का पाठ विष्णु जी के एक हजार नामों का संकलन है। श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से व्यक्ति का जीवन सहज हो जाता है और उसके सभी पापों का नाश होता है। इसके पाठ से विष्णु भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं और घर में धन-धान्य, सुख-संपदा बनी रहती है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में समस्त मानव और विश्व कल्याण की कामना से पंच दिवसीय श्री विष्णु सहस्त्रनाम पाठ उत्सव का आयोजन किया गया।

इंडियन ट्रेडिशनल फूड्स (ITF) ने सबसे अधिक फ्लेवर्स में पानी-पूरी एवं सबसे तेज गति से इंस्टेंट भेल बनाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया

भारतीय व्यंजन दुनिया भर में बेहद लोकप्रिय खाद्य पदार्थों के रूप में जाने जाते हैं इसका प्रमुख कारण यह हैं कि भारत के पास स्वाद एवं मसालों की विविध रेंज हैं। भारतीय व्यंजनों में मिलाये जाने वाले मसाले हर खाद्य प्रदार्थ को एक अनोखा स्वाद प्रदान करते हैं। भारत में मिलने वाला स्ट्रीट फूड विदेशी पर्यटकों एवं यहाँ के निवासियों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। भारत में बड़ी मात्रा में स्ट्रीट फूड आइटम उपलब्ध हैं, देश के हर राज्य में एक भिन्न प्रकार का स्ट्रीट फूड पसंद किया जाता हैं। भारत के कुछ स्ट्रीट फूड ऐसे भी हैं जिन्हें देश दुनिया के बहुत से स्थानों में पसंद किया जाता हैं, जिनमे पानी-पूरी, भेल-पूरी, भेल, चाट आदि शामिल हैं। पानी-पूरी को कहीं-कहीं पुचका, फुल्का तो कहीं गोलगप्पा भी कहा जाता हैं, आमतौर पर यह मसालेदार, तीखा स्ट्रीट फूड है जिसे हर कोई पसंद करता है गोलगप्पों में उबले हुए चने और मैश किए हुए आलू के मिश्रण को भरा जाता है। इसकी चटनी चटपटी और और पानी मसालेदार होता है। भारतीय स्ट्रीट फूड में भेल भी एक ऐसा तीखा, चटपटा और स्वाद में बेमिसाल व्यंजन हैं जिसे देखकर ही मुह में पानी आ जाता

सर्वाधिक समय तक पेंशन लाभ लेकर इंदौर के श्री मानमल मेहता जी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज करवाया अपना नाम

रिटायर्मेंट के बाद का समय है जब आप अपने जीवन को नई दिशा में ले जा सकते हैं। रिटायर्मेंट शब्द का अर्थ होता है  "नौकरी से अवकाश लेना"। यह विशेष रूप से उस समय के लिए प्रयुक्त होता है जब व्यक्ति अपनी नौकरी या पेशेवर जीवन से संबंध तोड़कर आरामदायक और आत्मनिर्भर जीवन की ओर बढ़ता है। रिटायर्मेंट का अर्थ सिर्फ आरामदायक और स्वतंत्रता से जीवन व्यतीत करना नहीं होता बल्कि यह समय भी सामाजिक परिवर्तन का होता है। यह समय परिवार, दोस्त, और समाज के साथ अधिक समय बिताने का एक अवसर प्रदान करता है रिटायर्मेंट के पहले, हर व्यक्ति को आर्थिक योजना बनाने की आवश्यकता होती है। एक बेहतर आर्थिक योजना रिटायर्मेंट के बाद भी आपको सुरक्षित और संतुलित रखने में मदद कर सकती है। पेंशन एक ऐसा भविष्य का निर्माण करने का माध्यम है जो रिटायर्मेंट के समय आपको आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करता है, इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को उचित आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है जब वह अपनी कार्यावधि को पूर्ण कर चुका होता।   1928 में जन्मे, 96 वर्षीय मध्यप्रदेश, इंदौर निवासी श्री मानमल मेहता जी (Mr. Manmal Mehta) मध्य प्रदेश शासन के हथकरघा सं

94.3 MY FM ने मतदाता जागरूकता के लिए सबसे अधिक समय तक लाइव रेडियो शो 'वोटथॉन' प्रसारित कर रचा विश्व कीर्तिमान

लोकतंत्र की नींव मताधिकार पर ही रखी जाती है। एक निश्चित आयु से ऊपर के सभी नागरिकों को वोट देने का अधिकार प्राप्त होता है।  लोकतंत्र  में  जाति, पंथ, नस्ल, आर्थिक स्थिति, धर्म या लिंग के आधार पर किसी को भी इस अधिकार से वंचित नहीं किया जाता है।  चुनाव या निर्वाचन, लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसके द्वारा जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रतिनिधियों को चुनते है।  जनतांत्रिक प्रणाली में मताधिकार का बहुत महत्व होता है। भारत देश के हर नागरिक को व्यस्क होने अर्थात 18 वर्ष के होने पर यह मताधिकार प्राप्त होता है।  मतदान, अधिकार के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य भी है।  देश के आदर्श नागरिक होने के नाते सभी को अपने इस अधिकार का उपयोग करके अपने प्रतिनिधि का चयन करते हुए सरकार निर्माण में अपने कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए।  मतदान एवं मताधिकार के प्रति नागरिकों को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर कई अभियान चलाये जाते हैं। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के दौरान 94.3 MY FM द्वारा राज्य के 6 प्रमुख शहरों में मतदाता जागरूकता के लिए लगातार सबसे अधिक समय तक लाइव रेडियो शो प्रसारित कि