Skip to main content

सर्वाधिक समय तक पेंशन लाभ लेकर इंदौर के श्री मानमल मेहता जी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज करवाया अपना नाम

रिटायर्मेंट के बाद का समय है जब आप अपने जीवन को नई दिशा में ले जा सकते हैं। रिटायर्मेंट शब्द का अर्थ होता है  "नौकरी से अवकाश लेना"। यह विशेष रूप से उस समय के लिए प्रयुक्त होता है जब व्यक्ति अपनी नौकरी या पेशेवर जीवन से संबंध तोड़कर आरामदायक और आत्मनिर्भर जीवन की ओर बढ़ता है। रिटायर्मेंट का अर्थ सिर्फ आरामदायक और स्वतंत्रता से जीवन व्यतीत करना नहीं होता बल्कि यह समय भी सामाजिक परिवर्तन का होता है। यह समय परिवार, दोस्त, और समाज के साथ अधिक समय बिताने का एक अवसर प्रदान करता है रिटायर्मेंट के पहले, हर व्यक्ति को आर्थिक योजना बनाने की आवश्यकता होती है। एक बेहतर आर्थिक योजना रिटायर्मेंट के बाद भी आपको सुरक्षित और संतुलित रखने में मदद कर सकती है। पेंशन एक ऐसा भविष्य का निर्माण करने का माध्यम है जो रिटायर्मेंट के समय आपको आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करता है, इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को उचित आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है जब वह अपनी कार्यावधि को पूर्ण कर चुका होता।

 

1928 में जन्मे, 96 वर्षीय मध्यप्रदेश, इंदौर निवासी श्री मानमल मेहता जी (Mr. Manmal Mehta) मध्य प्रदेश शासन के हथकरघा संचालनालय में शासकीय पद पर 30 वर्षों तक सेवाए प्रदान करने के पश्च्यात 31 मार्च 1986 को सेवानिर्वृत हुए। उत्कृष्ट संयमित और अनुशासित व्यक्तित्व  वाले श्री मानमल जी का कहना हैं कि "अच्छे संस्कारों से, कड़ी मेहनत से और त्याग से एक खूबसूरत घर बनता हैं" सेवानिर्वृत्ती के बाद से श्री मानमल मेहता जी पिछले 37 वर्ष 6 माह से राज्य सरकार से पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। इतने लम्बे समय तक पेंशन प्राप्त कर वे दुनिया के पहले सर्वाधिक समय तक पेंशन लाभ प्राप्त करने वाले व्यक्ति बन गए। उनकी इस उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स द्वारा "Longest Tenure of Receiving Pension After Retirement" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का आधिकारिक सर्टिफिकेट 26 नवंबर 2023 को ड्रीम वर्ल्ड रिसोर्ट, इंदौर (Dream World Resort) में हुए एक कार्यक्रम के दौरान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के एशिया हेड श्री मनीष विश्नोई जी (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) द्वारा कई सामाजिक और राजनीतिक हस्तियों एवं परिवारजनों के सम्मुख श्री मानमल मेहता जी को प्रदान कर सम्मानित किया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का सम्मान प्रदान करने के दौरान डॉ. मनीष जी कहा कि, "मैं कई कार्यक्रमों में शामिल हुआ हूँ मगर ऐसा अनोखा और भावुक कार्यक्रम मैंने पहली बार देखा हैं और इससे मैं काफी प्रभावित हुआ हूँ"।  डॉ. मनीष जी ने बधाई देते हुए संपूर्ण परिवार और श्री मेहता जी की चारों पीढ़ीयों की मौजूदगी में इन भावुक क्षणों की सराहना की।

श्री मानमल मेहता जी की इस विशेष उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनके पुत्र श्री महावीर मेहता जी ने बताया कि उत्कृष्ट संयमित और अनुशासित व्यक्तित्व वाले श्री मानमल जी आज भी सूर्यास्त पश्चात भोजन व पानी का सेवन नहीं करते है।श्री मानमल जी के पुत्र श्री दिलीप मेहता जी जो कि प्रसिद्ध गीतकार एवं बॉलीवुड सिंगर हैं आपने बतलाया कि पिताजी की दूरदर्शिता का उदहारण उनकी प्रगतिशील सोच में देखने को मिलता है, विवाह के उपरांत 1950 में उन्होंने उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मानकुंवर बाई मेहता को मेट्रिक और बुनियादी शिक्षा की पढाई करने को प्रेरित किया जिससे उन्होंने 28 वर्षों तक एक लोकप्रिय शिक्षिका के तौर पर कार्य किया। श्री मानमल मेहता जी के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज होने के इस अवसर को उनके सम्पूर्ण परिवार के सदस्यों और कार्यक्रम में मौजूद चारों पीढ़ी के लोगों ने एक त्यौहार के रूप में मनाया एवं अंत में इस उपलब्धि पर पधारे सभी मेहमानों का मेहता परिवार ने आभार व्यक्त किया l 


फोटो एवं मीडिया कवरेज़:





https://newspositive.co.in/ 
Mr. Manmal Mehta of Indore set a world record by receiving pension benefits for the longest period and got his name registered in the Golden Book of World Records.

Comments

Popular posts from this blog

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ योगाचार्य आशीष शर्मा का नाम

वर्तमान समय में हम सभी योग एवं उससे होने वाले लाभो से भली भांति परिचित हैं। आज के समय में अनेक क्षेत्रों में योग का बहुत महत्व है। योग सही तरह से जीवन जीने का विज्ञान है और इसलिए इसे दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए। यह हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, भावनात्मक, आत्मिक और आध्यात्मिक, आदि सभी पहलुओं पर काम करता है। योग शब्द की जड़ है संस्कृत शब्द "युज" जिसका मतलब है जुड़ना। आध्यात्मिक स्तर पर इस जुड़ने का अर्थ है सार्वभौमिक चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना का एक होना। व्यावहारिक स्तर पर, योग शरीर, मन और भावनाओं को संतुलित करने और तालमेल बनाने का एक साधन है। योग साधना का शारीरिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका है। योग से अंगो की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है तथा शरीर स्वस्थ व निरोगी बनता है। योग के द्वारा शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी प्राप्त किया जा सकता है। योगाभ्यास द्वारा मन की चंचलता को कम कर मानसिक एकाग्रता प्राप्त की जा सकती है। मेरठ, उत्तरप्रदेश के रहने वाले श्री आशीष शर्मा जी (Mr. Ashish Sharma) का जन्म 28 जून 1992 को श्री कुलवंत किशोर शर्मा जी एवं श्रीमती सुषम

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ दिव्यांग बच्चों के लिए आयोजित पांच दिवसीय स्किल डेवलपमेंट शिविर

मूक-बधिर बच्चें ऐसे बच्चें होते हैं जो जन्म से या किसी दुर्घटनावश बोलने और सुनने की क्षमता से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में मूक-बधिर बच्चों का विकास एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय है। इन बच्चों के लिए शिक्षा एवं सामाजिक समर्थन की बहुत अधिक आवश्यकता होती हैं। उन्हें विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है जो उन्हें विकसित करें, आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े होने में मदद कर सकें और परिवार के साथ मिलकर उन्हें समाज में सम्मिलित होने में मदद करें। इन बच्चों का शिक्षण-प्रशिक्षण एवं विकास, समर्थन और स्नेहभरे वातावरण में होना चाहिए ताकि वे भी सफलता प्राप्त कर सकें।  गुवहाटी, असम में दिनांक 28 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2023 तक मूक-बधिर बच्चों के कौशल विकास हेतु राष्ट्रीय स्तर पर पांच दिवसीय स्किल डेवलपमेंट शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन  तुलसी ग्रैंड, गरल धारापुर में  महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस आर्गेनाइजेशन (Mahaveer Intercontinental Service Organization), अनाम प्रेम (Anam Prem), मुंबई एवं आचार्य तुलसी महाश्रमण रिसर्च फाउंडेशन (Acharya Tulsi Mahashraman Research Foundation) द्वारा संयुक्त रूप से