भारत और योग का सम्बन्ध हजारों वर्ष पुराना हैं। यह सम्बन्ध इतना पुराना हैं जितनी भारतीय संस्कृति, भारत के ऋषि-मुनि प्राचीन काल से ही शारीरिक, मानसिक एवं अध्यात्मिक लाभ हेतु योग एवं ध्यान का प्रयोग करते आ रहे हैं। योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई जिसके पश्च्यात ही यह दुनिया भर के अन्य देशों में प्रचिलित हुआ। योगाभ्यास के माध्यम से शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ-साथ मन को भी शांत किया जा सकता हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास बेहद आवश्यक हैं। योग मानव शरीर की एक ऐसी जरूरत है जिसे पूरा करने से बहुत फायदे होते हैं। योग का सीधा संबंध मानव शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है योग हमें प्रकृति से जोड़ता है एवं स्वस्थ रखता हैं ।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी (Mr. Bhupesh Baghel, CM Chhattisgarh) ने इस विशेष उपलब्धि पर नागरिको को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि "‘छत्तीसगढ़ जब तक करेगा योग, तब तक रहेगा निरोग। सेतुबंध आसन मन और शरीर को ब्रिज की तरह जोड़ता है"। कार्यक्रम में उपस्थित AICC के राष्ट्रीय सचिव श्री विकास उपाध्याय जी (Mr. Vikas Upadhyay) ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि "योग तन, मन और धन को सुरक्षित रखता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी की मंशानुसार आम नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए उनके विधानसभा क्षेत्र के 90 प्रतिशत से अधिक वार्डों में निःशुल्क योग केन्द्र खोले गए हैं"। कार्यक्रम में शामिल हुए योग साधको एवं प्रशिक्षको का उत्साहवर्धन करते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक जी (Dr. Kiranmayi Nayak) ने कहा "सभी योगसाधक 10-10 लोगों को योग सिखाएं। अगले वर्ष बड़ी संख्या में एक बार फिर सभी रिकॉर्ड बनाएंगे"।
इस सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में सेतुबंध आसन के साथ-साथ अन्य आसनों, प्राणायामों तथा ध्यान का अभ्यास भी किया गया। कार्यक्रम में डॉ. एम. एल. पाण्डे जी (सचिव, छत्तीसगढ़ योग आयोग), श्री प्रदीप शर्मा जी (सलाहकार, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़), श्री एजाज़ ढेबर जी (महापौर, रायपुर), श्री रतनलाल डांगी जी (आईजी), श्री कुलदीप जुनेजा जी (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल), श्री सुशील सन्नी अग्रवाल जी (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल), डॉ. सुरेश शर्मा जी (अध्यक्ष, संस्कृत विद्यामंडलम), श्रीमती चित्ररेखा साहू जी (उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल), श्री सतनाम पनाग जी (सदस्य, एमआईसी), छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्य श्री राजेश नारा जी, श्री रविन्द्र सिंह जी एवं श्री गणेशनाथ योगी जी, योग प्रशिक्षक श्री छबिराम साहू जी, श्रीमती ज्योति जी, ब्रम्ह कुमारी सविता दीदी के साथ साथ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के साधकगण, योग प्रशिक्षक एवं बड़ी संख्या में योग साधक उपस्थित रहे।
मीडिया कवरेज़ -
2000 लोगों ने किया सेतुबंध आसन, बना रिकॉर्ड
योग: छत्तीसगढ़ ने योग के सेतुबंध आसन में बनाया विश्व कीर्तिमान
दो हजार से अधिक योग साधकों ने सेतुबंध आसन कर बनाया रिकॉर्ड
राजधानी में बना रिकॉर्ड, 1100 योग साधकों ने सेतुबंध आसन लगाकार किया योग....
योग के सेतुबंध आसन में छत्तीसगढ़ ने बनाया विश्व रिकॉर्ड
छत्तीसगढ़ में दो हज़ार से अधिक योग साधकों ने किया सेतुबंध आसन का प्रदर्शन
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