Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Raipur

इस्कॉन द्वारा आयोजित गोपाल महाभिषेक कार्यक्रम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज

अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ  -  इस्कॉन (International Society for Krishna Consciousness) एक वैदिक धर्मिक संगठन है जो कृष्ण भक्ति के माध्यम से देश-दुनिया में लोगों को धार्मिक और आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान करता है। संगठन का मुख्य उद्देश्य भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) के प्रति श्रद्धा और प्रेम को प्रोत्साहित करना और लोगों को वैदिक धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के माध्यम से आध्यात्मिक जीवन की दिशा में मार्गदर्शन करना है। इस्कॉन के अनुयायी भगवान कृष्ण की पूजा, भगवद गीता का अध्ययन, कीर्तन (भगवान के नाम की महिमा का गान), और वैष्णव धर्म के मूल तत्वों का पालन करते हैं। इस्कॉन के संस्थापक एक प्रमुख आध्यात्मिक गुरु और भक्ति योग के प्रमुख प्रचारक थे जिनका नाम अभय चरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद (Abhaycharanavinda Bhaktivedanta Swami Prabhupada) हैं, जिन्हें "स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद" के नाम से भी जाना जाता है। स्वामी प्रभुपाद जी का जन्म 1 सितंबर 1896 को हुआ था और उन्होंने इस्कॉन की स्थापना 1966 में न्यूयॉर्क सिटी में की थी। स्वामी प्रभुपाद ने भगवद्गीता के उपदेशों क

छत्तीसगढ़ योग आयोग का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

भारत और योग का सम्बन्ध हजारों वर्ष पुराना हैं। यह सम्बन्ध इतना पुराना हैं जितनी भारतीय संस्कृति, भारत के ऋषि-मुनि प्राचीन काल से ही शारीरिक, मानसिक एवं अध्यात्मिक लाभ हेतु योग एवं ध्यान का प्रयोग करते आ रहे हैं। योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई जिसके पश्च्यात ही यह दुनिया भर के अन्य देशों में प्रचिलित हुआ। योगाभ्यास के माध्यम से शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ-साथ मन को भी शांत किया जा सकता हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास बेहद आवश्यक हैं। योग मानव शरीर की एक ऐसी जरूरत है जिसे पूरा करने से बहुत फायदे होते हैं। योग का सीधा संबंध मानव शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है योग हमें प्रकृति से जोड़ता है एवं स्वस्थ रखता हैं । छत्तीसगढ़ योग आयोग (Chhattisgarh Yog Aayog) द्वारा लोगों को योग के महत्व के प्रति जागरूक करने एवं स्वस्थ्य जीवन जीने को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश की राजधानी रायपुर के  स्वर्गीय  बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में सामूहिक सेतुबंध आसन (Bridge Pose Yoga) के योगाभ्यास का आयोजन किया गया