भारत और योग का सम्बन्ध हजारों वर्ष पुराना हैं। यह सम्बन्ध इतना पुराना हैं जितनी भारतीय संस्कृति, भारत के ऋषि-मुनि प्राचीन काल से ही शारीरिक, मानसिक एवं अध्यात्मिक लाभ हेतु योग एवं ध्यान का प्रयोग करते आ रहे हैं। योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई जिसके पश्च्यात ही यह दुनिया भर के अन्य देशों में प्रचिलित हुआ। योगाभ्यास के माध्यम से शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ-साथ मन को भी शांत किया जा सकता हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास बेहद आवश्यक हैं। योग मानव शरीर की एक ऐसी जरूरत है जिसे पूरा करने से बहुत फायदे होते हैं। योग का सीधा संबंध मानव शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है योग हमें प्रकृति से जोड़ता है एवं स्वस्थ रखता हैं । छत्तीसगढ़ योग आयोग (Chhattisgarh Yog Aayog) द्वारा लोगों को योग के महत्व के प्रति जागरूक करने एवं स्वस्थ्य जीवन जीने को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश की राजधानी रायपुर के स्वर्गीय बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में सामूहिक सेतुबंध आसन (Bridge Pose Yoga) के योगाभ्यास का आयोजन किया गया