Skip to main content

हरियाणा योग आयोग का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज


भारत देश की आज़ादी के 75 वर्ष होने के अवसर पर पूरे देश भर में ''आज़ादी का अमृत महोत्सव" मनाया जा रहा हैं। जिसमे अलग-अलग संस्थाओ द्वारा अनेक एसे कार्य किये जा रहे हैं जो इस महोत्सव को समर्पित हैं। इस प्रकार आज़ादी के 75 वें वर्ष को चिन्हित करते हुए हरियाणा योग आयोग (Haryana Yog Aayog) द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में "मातृ वंदना-राष्ट्र वंदना अभियान" के अंतर्गत "75 लाख सूर्य नमस्कार" कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत एक निश्चित कालावधि दिनांक 12 जनवरी 2023, ("राष्ट्रीय युवा दिवस"-स्वामी विवेकानंद जी का जन्म दिवस) से 14 फरवरी 2023 (महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती) तक लोगों द्वारा 6 दिनों तक प्रतिदिन 13 बार सूर्य नमस्कार करने का आग्रह किया जिसमे राज्य के नागरिक स्वेच्छा से वेबसाइट https://75lakhsuryanamaskarharyana.com/ के माध्यम से पंजीयन करवा कर कार्यक्रम में हिस्सा लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। हरियाणा योग आयोग जो कि डॉ. जयदीप आर्य जी (Dr. Jaideep Arya) की अध्यक्षता में हरियाणा में योग के प्रमोशन, प्रशिक्षण, शोध, विकास और इसके लाभों के प्रचार एवं प्रसार का कार्य कर रहा है। यह आयोग लोगों को स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को संवारने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है

हरियाणा योग आयोग (Haryana Yog Aayog) ने "मातृ वंदना-राष्ट्र वंदना अभियान" के अंतर्गत 12 जनवरी से 14 फरवरी, 2023 की अवधि में हरियाणा एवं चंडीगढ़ से कुल 20,26,070 प्रतिभागियों द्वारा पंजीकरण प्राप्त किया जबकि हरियाणा योग आयोग ने 34 दिनों की अवधि में 75,00,000 (पचहत्तर लाख) सूर्य नमस्कार की गिनती हासिल करने का लक्ष्य'' रखा था। योग साधको के समर्थन से आयोग ने निर्धारित लक्ष्य से 20 गुना अधिक संख्या को पार करते हुए 15,80,33,460 (पंद्रह करोड़ अस्सी लाख तैतीस हजार चार सौ साठ) का आंकड़ा हासिल किया


हरियाणा योग आयोग द्वारा इस उपलब्धि को एक विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज करवाने हेतु ''गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड'' (Golden Book of World Records) को आवेदन प्रेषित किया गया। गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम द्वारा आंकड़ो की सघन जाँच के पश्चात आयोग की इस उपलब्धि को "Largest Feat of Yogic Surya Namaskar Performance" के शीर्षक के साथ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। जिसकी अधिकारिक घोषणा गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी (Mr. Alok Kumar, India Head, GBWR) द्वारा हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य जी (Dr. Jaideep Arya) एवं अन्य गणमान्य जनों की उपस्तिथि में श्रीमती जी. अनुपमा (IAS Smt. G. Anupama, Additional Chief Secretary- Health & Family Welfare Department, Haryana) को सर्टिफिकेट देकर की।

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी, योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य जी एवं हरियाणा की अतिरिक्त प्रमुख सचिव- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण IAS जी. अनुपमा को GBWR का सर्टिफिकेट देते हुए

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी, योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य जी एवं हरियाणा की अतिरिक्त प्रमुख सचिव- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण IAS जी. अनुपमा को GBWR का सर्टिफिकेट देते हुए

इस आयोजन में अनेक संस्थानों नें महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया जिनमे प्रमुख हैं- आयुष, फिट इंडिया, भारत स्वाभिमान, आरोग्य भारती, गीता परिवार, आर्ट ऑफ़ लिविंग, हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन, श्री कृष्णा आयुष विश्व विद्यालय कुरुक्षेत्र, बी. पी. एस. महिला विश्व विद्यालय, राजकीय शिक्षा कॉलेज, हेल्थ केयर सेक्टर स्किल काउंसिल, हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट, हरियाणा स्किल डेवलपमेंट मिशन, चौधरी रणवीर सिंह विश्व विद्यालय जींद, कुरुक्षेत्र विकास मंडल, राष्ट्रीय सेवा योजना, योग भारती, कुरुक्षेत्र विश्व विद्यालय, हरियाणा राज्य महिला आयोग, योग मित्र, डी. ए. वी. कॉलेज मेनेजिंग  कमेटी, आर्य युवा समाज आदि।   

Comments

Popular posts from this blog

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिल...

कमल शर्मा ने चक्रासन की मुद्रा में सबसे तेज़ 100 मीटर दूरी तय करके रचा विश्व कीर्तिमान, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

"योग" शब्द का उद्गम संस्कृत भाषा से है और इसका अर्थ "जोडना, एकत्र करना" है। योगिक व्यायामों का एक पवित्र प्रभाव होता है और यह शरीर, मन, चेतना और आत्मा को संतुलित करता है। योग के प्राथमिक लाभों में से एक शारीरिक स्वास्थ्य और लचीलेपन को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता है। योग में अभ्यास किए जाने वाले विभिन्न आसन या मुद्राएँ मांसपेशियों को धीरे-धीरे खींचती और मजबूत करती हैं, जोड़ों के लचीलेपन में सुधार करती हैं।नियमित अभ्यास के माध्यम से, अभ्यासकर्ताओं को ऊर्जा के स्तर में वृद्धि, मुद्रा में सुधार और शारीरिक बीमारियों के जोखिम में कमी का अनुभव होता है। योग के विभिन्न मुद्राओं एवं आसनों में से एक आसन हैं चक्रासन।चक्रासन एक बेहतरीन योगासन है, जिसे अंग्रेजी में व्हील पोज (Wheel Pose) भी कहा जाता है। इसे योग में उर्ध्व धनुरासन नाम भी दिया गया है। यह शरीर के एक-एक अंग को फायदा पहुंचाता है। सबसे बड़ी बात यह आपके दिल की हर मसल्स को खोल देता है। चक्रासन योग, ऐसी मुद्रा है जिसका अभ्यास काफी कठिन माना जाता है। शारीर के लचीलेपन और मांसपेशियों को अधिक मजबूती देने के प्रशिक्षित योगाभ्या...