Skip to main content

शुभ षष्ठी परिणयोत्सव पर 61 बुजुर्ग युगलों ने परिणय सूत्र में बंधकर बनाया विश्व कीर्तिमान

 मध्यभारत कि आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में श्री अग्रसेन महासभा (Shree Agrasen Mahasabha Indore) की मेजबानी में आयोजित "शुभ षष्टि परिणयोत्सव" का आयोजन किया गया। जिसमे देश के 8 भिन्न राज्यों से आये 61 बुजुर्ग युगलों ने भाग लिया जहाँ उन्होंने अपनी 60- 70 वर्ष पूर्व की अपनी विवाह स्मृतियों को ताज़ा किया। अग्रसेन महासभा के वरिष्ठ सदस्य श्री मोहनलाल बंसल जी (Mr. Mohanlal Bansal) की 60 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में इस समारोह को आयोजित किया गया जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से आये 61 बुज़ुर्ग दम्पतियों ने एक बार पुनः वैवाहिक गठबंधन में बंधकर सात फेरे लिए। इस अवसर पर मेहंदी, वरमाला, नाच-गाना, बैंड-बाजे, स्वागत समारोह, चल समारोह, संगीत निशा से वे सारे पारंपरिक रीति-रिवाज भी दोहराए गए जो विवाह के समय किये जाते है। 


समारोह के समापन वाली शाम को बारात का नज़ारा काफी अद्भुत था, दुल्हों ने साफा व दुल्हनों ने परंपरागत परिधान धारण कर चल समारोह में शिरकत की। बारात में 2 बैंड, 25 बघ्घी और 4 विंटेज कार के साथ 11 अन्य वाहनों में बैठकर बारात निकाली गई। 22-23 अप्रेल को इंदौर के गोल्डन लीव्स कन्वेंशन सेन्टर (Golden Leaves Convention Center) में अग्रसेन महासभा के द्वारा महासभा के वरिष्ठ सदस्य श्री मोहनलाल बंसल जी की 60 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किये गए इस समारोह "शुभ षष्टि परिणयोत्सव" को जहाँ देश के विभिन्न स्थानों से आये 61 दम्पतियों द्वारा अपनी विवाह की 60 वीं वर्षगांठ एक साथ मनाई गयी। इस अनूठे एवं दुनिया में पहली बार सामूहिक रूप से हुए इस कार्यक्रम को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) में दर्ज किया गया। कार्यक्रम मैं उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई जी (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) के द्वारा "Largest Congregation of People Celebrating Sixty Years of Marriage" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट देकर रिकॉर्ड की घोषणा की। 


समारोह में उपस्थित वृन्दावन से आये आचार्य स्वामी भास्करानंद जी (Acharya Swami Bhaskaranand ji) व साध्वी कृष्णानंद जी (Sadhvi Krishnanand) ने बताया कि वर्तमान युग में वरिष्ठजन का यह सम्मान हमारी नयी पीढ़ी को बुजुर्गो के प्रति सेवा, श्रद्धा, और विश्वास की भावना को मजबूत करेगा। ऐसे आयोजन हर घर, हर शहर, हर परिवार में होना चाहिए। समारोह मैं युगलों व उनके साथ आये मेहमानों को विभिन्न प्रकार के व्यंजन मनुहार सहित परोसे गए। कई युगलों ने भाव विभोर होकर यहाँ तक कह की खुद उनकी शादी भी इतने शाही अंदाज़ में नहीं हुई थी, आज इंदौर आकर एसा लगा की एक बार फिर नए सिरे से हमारी शादी हुई और उसकी दावत हुई। कार्यक्रम में भारतीय जानता पार्टी के महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भाग लिया।


इस आयोजन को सफल बनाने में श्री अग्रसेन महासभा के सभी सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण रही जिनमे प्रमुख है: श्री मोहनलाल जी चंद्रकला जी बंसल (आयोजक), श्री प्रेमचंद जी गोयल (प्रमुख मार्गदर्शक), श्री विनोद जी अग्रवाल "अग्रवाल ग्रुप" (प्रमुख संरक्षक), श्री गोपाल जी प्रेमचंद जी गोयल (चैयरमेन - गोल्डन लीव्स कन्वेंशन सेन्टर इंदौर), श्री बद्री बंसल (प्रमुख सहयोगी), श्री राजेश बंसल (प्रमुख सहयोगी), श्री अरुण अग्रवाल "आष्टा वाला" (प्रमुख संयोजक), श्री प्रमोदजी बिंदल (संयोजक), श्री विनोद जी सिंघानिया (संयोजक), श्री जगदीश जी गोयल "बाबा श्री" (अध्यक्ष), श्री अखिलेश जी गोयल (मानद सचिव), श्री शैलेंद्र जी गुप्ता (आयोजन फूड कैटरिंग), श्री आशीष जी अग्रवाल (श्री गणेश टेंट एन्ड मैरिज डेकोरेटर्स), श्री जीतू गोयल (इवेंट मैनेजमेंट) आदि।

श्री मोहनलालजी चन्द्रकला जी बंसल, इंदौर के विवाह की 60 वी वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में आयोजित 61 दम्पतियों का जिनकी शादी को 60 वर्ष या उससे भी अधिक हो गये का 2 दिवसीय शुभ षष्टी परिणोत्सव जिसमे श्री मोहनलालजी बंसल के अतिरिक्त 61 दम्पत्ति शामिल हुवे जिसकी लिस्ट निम्नानुसार है:

1.श्री श्याम सुंदर जी सुशीला देवी अग्रवाल, जबलपुर, मध्य प्रदेश.

2. श्री बाबूलाल जी गोदावरी देवी गोयल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

3. श्री गोपाल दास जी लीलाबाई अग्रवाल, खुजनेर, मध्य प्रदेश.

4. श्री कपूरचंद जी कमलाबाई अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

5. श्री छेलबिहारी रामरेखा बाई अग्रवाल, बारां, राजस्थान.

6. श्री मदन लाल जी सावित्रीबाई अग्रवाल, नसरुल्लागंज, मध्य प्रदेश

7. श्री दीपचंद जी मोहिनी देवी अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

8. श्री भोलाराम जी कृष्णा बाई अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

9. श्री दीनदयाल जी शांताबाई अग्रवाल, अमरावती, महाराष्ट्र.

10. श्री किशनलाल जी श्यामलता अग्रवाल, रायगढ़, छत्तीसगढ़

11. श्री कमल किशोर जी लीलाबाई अग्रवाल, नासिक, महाराष्ट्र.

12. श्री कृष्णकांत जी कृष्णा देवी अग्रवाल, उज्जैन, मध्य प्रदेश.

13. श्री गिरिराज प्रसाद जी सुशीला देवी अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

14. डॉ रतन लाल जी सावित्री देवी गोयल, भोपाल, मध्य प्रदेश.

15. श्री रूप नारायण जी शारदा बाई गोयल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

16. श्री रामदास जी माधुरीदेवी जी अग्रवाल, हरदा, मध्य प्रदेश.

17. श्री शिवनारायण जी रुकमणी देवी गोयल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

18. श्री चौथमल जी अयोध्याबाई, बरूफाटक, मध्य प्रदेश.

19. श्री बाबूलाल जी लीलाबाई अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

20. श्री गणपत लाल जी गीता देवी अग्रवाल, उज्जैन, मध्य प्रदेश.

21. श्री जगदीश नारायण जी बनारसी देवी अग्रवाल, हरदा, मध्य प्रदेश.

22. श्री कन्हैया लाल जी शकुंतला जी गोयल, खरगोन, मध्य प्रदेश.

23. श्री अमृतलाल जी संतोष देवी गुप्ता, इंदौर, मध्य प्रदेश.

24. श्री सुभाष चंद जी चंद्रकांता जी अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

25. श्री रामप्रसाद जी रामाकांताजी अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

26. श्री शंकर लालजी शीला देवी अग्रवाल, झांसी, यू.पी.

27. श्री सुरेश चंद जी सुशीला देवी अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

28 .श्री शालिग्राम जी इंदुमती पटवारी, धूलिया, महाराष्ट्र.

29. श्री शंकर लाल जी कृष्णा भाई अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

30. श्री राकेश कुमार जी गंगोत्री देवी गुप्ता, लखनऊ, यू.पी.

31. श्री कैलाश चंद जी चंदा देवी मित्तल, रतलाम, मध्य प्रदेश.

32. श्री कैलाश चंद जी शकुंतला देवी गोयल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

33 .श्री राम भरोसे राधा देवी अग्रवाल, देवास, मध्य प्रदेश.

34. श्री चंद्र प्रकाश जी गीताबाई गोयल, भोपाल, मध्य प्रदेश.

35. श्री राधे श्याम जी माया देवी अग्रवाल, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश.

36. श्री कैलाश चंद जी तारा देवी धानुका, इंदौर, मध्य प्रदेश.

37. श्री सूरजमल जी नर्मदा बाई अग्रवाल, इंदौर.

38. श्री टीकम चंद जी प्रेमाभाई गोयल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

39. श्री भगवती प्रसाद जी सावित्री देवी बागड़िया, बुरहानपुर मध्य प्रदेश.

40. श्री जगदीश प्रसाद जी शांता देवी गर्ग, मऊ, मध्य प्रदेश.

41. श्री बंसी लाल जी विमला देवी अग्रवाल, सिवनी मालवा, मध्य प्रदेश.

42. श्री बाबूलालजी जड़ावदेवी गुप्ता जी, अहमदाबाद, गुजरात.

43. श्री राज किशोर जी पार्वती देवी अग्रवाल, मऊ, मध्य प्रदेश.

44. श्री बद्री प्रसाद जी कुसुम रानी गुप्ता, पीतमपुरा, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली.

45. श्री जगदीश प्रसाद जी विमलाबाई अग्रवाल, सिवनी मालवा, मध्य प्रदेश.

46. श्री ताराचंद जी शांता देवी गर्ग, भवानी मंडी, राजस्थान.

47. श्री टीकम चंद जी सुशीला देवी अग्रवाल, नवीन शाहदरा, ईस्ट दिल्ली.

48. श्री सूर्य प्रकाश जी चंद्रकला जी गुप्ता, झालावाड़, राजस्थान.

49. श्री राम नारायण जी लक्ष्मी देवी अग्रवाल, झालावाड़, राजस्थान.

50. श्री तिलोक चंद जी अयोध्याबाई अग्रवाल, कोटा, राजस्थान.

51. श्री द्वारका प्रसाद जी श्यामा बाई अग्रवाल, दमोह, मध्य प्रदेश.

52. श्री प्रेमचंद जी चंद्रकला जी, कोटा, राजस्थान.

54. श्री कृष्ण जी शीला जी अग्रवाल, नागपुर, महाराष्ट्र.

55. श्री मोहनलाल जी लीलाबाई अग्रवाल, जलगांव, महाराष्ट्र.

56. श्री ओम प्रकाश जी सीता देवी पचेरिया, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश.

57. श्री हरी किशन जी कमलाबाई अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

58. श्री गोवर्धन लाल जी सुशीला देवी बिंदल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

59. श्री किशन लालजी उमादेवी मंगल, पालमपुर, गुजरात.

60. श्री गोकुल प्रसाद जी मनोरमाबाई अग्रवाल, इंदौर, मध्य प्रदेश.

61. श्री रामचन्द्रजी मोहिनीदेवी तुलस्यान, नासिक, महाराष्ट्र.

मीडिया कवरेज











Comments

Popular posts from this blog

इस्कॉन रायपुर ने जन्माष्टमी पर बनाया विश्व रिकॉर्ड: 10,000 किलो सामक चावल की खिचड़ी का भव्य प्रसाद बनाया

भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य जन्मोत्सव को भक्ति और भव्यता के साथ मनाते हुए, इस्कॉन रायपुर (ISKCON) ने एक अद्भुत विश्व रिकॉर्ड बनाया जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यहाँ 10,000 किलो सामक चावल (सांवा/बरनयार्ड मिलेट) की खिचड़ी तैयार की गई, जिसने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। यह विशाल प्रसाद-निर्माण भक्ति सिद्धार्थ स्वामीजी के आध्यात्मिक मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। विश्व रिकॉर्ड की पूरी प्रक्रिया का संयोजन श्री तमाल कृष्ण दासजी ने किया, जिन्होंने बताया कि भक्ति सिद्धार्थ स्वामीजी के भाव को इतनी बड़ी मात्रा में सामक चावल की खिचड़ी तैयार कर इस्कॉन के संतों, ब्रम्हचारीयो, समिति तथा सैकड़ों स्वयंसेवकों ने साथ मिलकर इस महायज्ञ को सफल बनाया। सामक चावल, जिसे विशेषकर व्रत के अवसर पर खाया जाता है, को खिचड़ी के रूप में तैयार करना न केवल परंपरा का सम्मान है बल्कि स्वास्थ्य और सात्विकता का संदेश भी है। आयोजन के दौरान गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ( Golden Book of World Records ) के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई जी, श्रीमती सोनल शर्मा जी एवम GBWR टीम सहित उपस्थित रहे। GBWR टीम ने सुबह से ही खिचड़ी की तैयारी को बा...

विश्व उमिया धाम मंदिर ने रचा इतिहास : धार्मिक अवसंरचना हेतु सबसे बड़ा राफ्ट कास्टिंग कार्य

पी. एस. पी. प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (PSP Projects Limited) ने निर्माण क्षेत्र की अब तक की सबसे कठिन और महत्वाकांक्षी उपलब्धियों में से एक को साकार कर इतिहास रच दिया। कंपनी ने अहमदाबाद स्थित विश्व उमिया धाम मंदिर (Vishv Umiya Dham Temple) के लिए धार्मिक अवसंरचना हेतु अब तक का सबसे बड़ा राफ्ट कास्टिंग सफलतापूर्वक पूरा किया। इस अद्वितीय उपलब्धि को आधिकारिक तौर पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) द्वारा मान्यता प्रदान की गई। उपलब्धि के आंकड़े ● निरंतर कास्टिंग अवधि: 54 घंटे लगातार कार्य ● कंक्रीट की मात्रा: लगभग 24,100 घन मीटर विशेष रूप से तैयार किया गया ECOMaxX M45 लो-कार्बन कंक्रीट ● राफ्ट के आयाम: लगभग 450 फुट × 400 फुट × 8 फुट ● मानव संसाधन एवं उपकरण: 600 से अधिक अभियंता और कुशल श्रमिक, 285 ट्रांजिट मिक्सर तथा 26 बैचिंग प्लांट्स का उत्कृष्ट समन्वय ● जिस संरचना को सहारा देना है: यह कार्य जगत जननी माँ उमिया मंदिर (504 फुट ऊँचा, 1,500 से अधिक धर्म स्तंभों सहित विश्व का सबसे ऊँचा मंदिर) के लिए किया गया। इतना कठिन क्यों था यह कार्य : इतने बड़े पैमाने पर राफ्ट कास्टिंग...

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...