Skip to main content

उत्तर प्रदेश के ऊर्जावान युवा यतीश ने पढ़ने और पढ़ाने के क्षेत्र में बनाया विश्व कीर्तिमान

"अगर मन में कुछ कर गुजरने की लगन हो तो क्या कुछ नहीं किया जा सकता" इसी कथन को सत्य प्रमाणित करते हैं, उत्तर प्रदेश, भारत के लखीमपुर-खीरी (Lakhimpur-Khiri) के गोला, गोकर्णनाथ (Gola, Gokarnnath) कस्बे के युवक यतीश चन्द्र शुक्ल। ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखने वाले यतीश शिक्षक रहे हैं, उन्होंने अपने पढ़ने की लगन के साथ कुछ एसा कर दिखाया जिससे उन्होंने अपने साथ-साथ अपने अंचल और प्रदेश के नाम को विश्व पटल पर स्वर्णिम अक्षरों से लिख दिया।


यतीश चन्द्र शुक्ल (Yatish Chandra Shukla) बिना एक मिनिट भी रुके लगातार 26 घंटे 04 मिनट तक पुराण पढ़कर अपने नाम को वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करवाया। गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी द्वारा उन्हें "Longest Single Sitting Reading Aloud Marathon" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस विश्व रिकॉर्ड के लिए तैयारी कर जुनूनी और दृढ़ निश्चय वाले श्री यतीश चन्द्र शुक्ल ने यह संकल्प लिया कि वह बिना ब्रेक लिए पढ़ने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे, यतीश ने श्रीमद् भगावत पुराण पढ़ना शुरू कर दिया, हिंदी व संस्कृत में वह इसे बांच रहे थे, उन्होंने बिना रुके यह क्रम जारी रखा। अगले दिन लगभग एक बजे उन्होंने 26 घंटे 04 मिनट तक लगातार पुराण का वाचन करते हुए अपना संकल्प पूर्ण कर एक विश्व कीर्तिमान रच डाला।

यतीश चन्द्र शुक्ल ने श्रीमद्भागवत पुराण का लगातार सस्वर वचन काने के पश्चात उससे आगे बढ़ते हुए नए जोश और हौसले के साथ एक और विश्व कीर्तिमान रचने की ठान ली। यतीश चन्द्र का होंसला बढ़ाने के लिए हॉल में शहर के समाज सेवी, छात्र-छात्रायें, अन्य शिक्षकगण भी ग्रुप में तीन-तीन घंटो में अपनी उपस्तिथि दर्ज करते रहे। यतीश ने लगातार पढ़ने हुए पांचवे दिन काठमांडू, नेपाल के दीपक शर्मा का रिकॉर्ड तोड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। विश्व रिकॉर्ड के दौरान यतीश जी द्वारा कुल 47 पुस्तकों का पठन किया गया जिसमे श्रीमद्भागवत् पुराण, अन्य वेद, ग्रन्थ, शहर के कवि श्री मधुकर सैदाई जी व लेखिका शिप्रा खरे जी की पुस्तकों के साथ अन्य पुस्तके भी शामिल थी। जैसे ही रिकॉर्ड टूटा कार्यक्रम स्थल पर तालियों की गड़गड़ाहट से गोवर्धन हॉल गूंज उठा। एक और विश्व कीर्तिमान घोषणा कर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Record) के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी द्वारा उन्हें "Longest Aloud Reading Marathon" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। लगातार सर्वाधिक समय तक पढ़ने के लिए पूर्व में यातिश का वर्ल्ड रिकॉर्ड 114 घंटे 05 मिनिट का था जिसके बाद उसे तोड़कर पुनः उन्होंने 118 घंटे 53 मिनट लगातार पढ़कर नया विश्व  कीर्तिमान स्थापित किया।

वर्ल्ड रिकॉर्ड की घोषणा होते ही समर्थको ने यतीश जी को कंधे पर उठा लिया और आतिशबाजी करते हुए अपना हर्ष प्रकट किया। इवेंट में राज्य सभा सांसद श्री रवि प्रकाश वर्मा जी (Ravi Prakash Verma), पालिकाध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी अग्रवाल (Minakshi Agrawal), सौरभ दीक्षित (Sourabh Dikshit), सुयश त्रिवेदी (Suyash Trivedi), शिप्रा खरे (Shipra Khare), केशव अग्रवाल (Keshav Agrawal) आदि मौजूद रहे। राज्य सभा सांसद श्री रवि प्रकाश वर्मा जी ने कहा "मन में सच्ची लगन हो तो सफलता अवश्य मिलती हैं यतीश जी कि मेहनत के परिणाम स्वरुप लगातार पड़ने का विश्व रिकॉर्ड भारत के नाम हो गया हैं यह बड़े गर्व की बात हैं यह वर्ल्ड रिकॉर्ड युवाओं और विद्याथियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा"। पालिकाध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी अग्रवाल जी ने कहा "हम सबको यतीश जी से सीख लेनी चाहिए, यह इवेंट बच्चों के लिए प्रेरणादायक तो रहा हैं ही इसी के साथ नेपाल का वर्ल्ड रिकॉर्ड टूटकर भारत देश के नाम हो गया यह सभी के लिए गर्व की बात हैं। दृढ संकल्प और परिश्रम ही सफलता की कुंजी है।

यतीश चन्द्र शुक्ल के नाम और भी कई वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है जिसमे से 148 घंटे 14 मिनट तक लगातार पढ़ाने का रिकॉर्ड भी शामिल हैं। यतीश जी नम्र, ऊर्जावान एवं दूरदर्शी युवा है एवं आज समाज के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है। वे समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपने तन-मन-धन से लगे हुए है।

मीडिया कवरेज -









मीडिया कवरेज डिजिटल लिंक -

https://timesofindia.indiatimes.com/ Lakhimpur man aims to enter record books with 100-hour speech

https://www.livehindustan.com/ गोला के यतीश ने तोड़ा एक और विश्व रिकॉर्ड, 28 घंटे पढ़ी श्रीमद्भागवत पुराण 

Social Media & Videos Link -

https://www.facebook.com/watch/Yatishshukla01/

https://fb.watch/kjmgqLoE18/

https://www.facebook.com/watch/?v=3158820721099092




Comments

Popular posts from this blog

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिल...

सबसे कम उम्र में हनुमान चालीसा का पाठ करके ईशानी ने रचा इतिहास

तीन साल की आयु, जब बच्चे सामन्यतः बोलना सीख रहे होते हैं। वहीं इसी आयु की इंदौर की रहने वाली ईशानी खण्डेलवाल (Ishani Khandelwal) ने हनुमान चालीसा का पाठ सुनाकर सारी दुनिया को अचंभित कर दिया। ईशानी की इस उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ( Golden Book of World Record ) में स्वर्णिम अक्षरों से दर्ज किया गया है। ईशानी ने न केवल हनुमान चालीसा का पाठ किया है बल्कि उन्हें हनुमान चालीसा याद भी है। ईशानी को उनके माता पिता द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। 18 अप्रैल 2025 को मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली ईशानी खण्डेलवाल (D/O श्रीमती कृतिका एवं श्री मयूर खण्डेलवाल) ने महज 3 वर्ष 1 माह 9 दिन की आयु में हनुमान चालीसा का पाठ करके विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में "सबसे कम उम्र में हनुमान चालीसा का पाठ ( Youngest to Ricite Hanuman Chalisa )" के शीर्षक के साथ ईशानी खण्डेलवाल के नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज किया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डाँ. मनीष विश्नोई (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) ने ईशानी को उनके माता पिता की उपस्थिति ...