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पंडित दीनदयाल उपाध्याय मैनेजमेंट कॉलेज, मेरठ के विद्यार्थियों ने बनाया संगीतमय वर्ल्ड रिकॉर्ड

पंडित दीनदयाल उपाध्याय मैनेजमेंट कॉलेज, मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित एक प्रमुख व्यावसायिक शिक्षा संस्थान है। इसका संगठन 1996 में स्थापित किया गया था और यह मेरठ क्षेत्र में प्रशिक्षण, अनुसंधान और व्यावसायिक विकास के क्षेत्र में अग्रणी स्थान रखता है। यह  कॉलेज  उत्तम प्रशिक्षण, प्रगतिशीलता और शिक्षा के माध्यम से अपने छात्रों को व्यावसायिक जगत में सफलता की प्राप्ति के लिए तैयार करता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रबंधन महाविद्यालय ने व्यावसायिक मानकों के अनुरूप विभिन्न पाठ्यक्रमों की पेशकश की है। यहां विभिन्न क्षेत्रों में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की पेशकश की जाती है, जिनमें व्यवसाय प्रबंधन, कंप्यूटर एप्लीकेशन्स, वित्तीय प्रबंधन  और  मानव संसाधन प्रबंधन शामिल हैं। यहां के प्रोफेसर और अध्यापकों की एक मजबूत टीम है, जो उच्च शैक्षणिक योग्यता और व्यावसायिक अनुभव के साथ विद्यार्थियों के विकास में सक्षम हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय मैनेजमेंट कॉलेज,  मेरठ 13 जून 2023, मंगलवार को कॉलेज के बीबीए एवं बीसीए के फ़ाइनल वर्ष के छात्र एवं छात्राओं द्वारा ग्रेजुएशन दिवस समारोह का आयोजन किया गया

उत्तर प्रदेश के ऊर्जावान युवा यतीश ने पढ़ने और पढ़ाने के क्षेत्र में बनाया विश्व कीर्तिमान

"अगर मन में कुछ कर गुजरने की लगन हो तो क्या कुछ नहीं किया जा सकता" इसी कथन को सत्य प्रमाणित करते हैं, उत्तर प्रदेश, भारत के लखीमपुर-खीरी (Lakhimpur-Khiri) के गोला, गोकर्णनाथ (Gola, Gokarnnath) कस्बे के युवक यतीश चन्द्र शुक्ल। ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखने वाले यतीश शिक्षक रहे हैं, उन्होंने अपने पढ़ने की लगन के साथ कुछ एसा कर दिखाया जिससे उन्होंने अपने साथ-साथ अपने अंचल और प्रदेश के नाम को विश्व पटल पर स्वर्णिम अक्षरों से लिख दिया। यतीश चन्द्र शुक्ल (Yatish Chandra Shukla) बिना एक मिनिट भी रुके लगातार 26 घंटे 04 मिनट तक पुराण पढ़कर अपने नाम को वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करवाया। गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी द्वारा उन्हें " Longest Single Sitting Reading Aloud Marathon " के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस विश्व रिकॉर्ड के लिए तैयारी कर जुनूनी और दृढ़ निश्चय वाले श्री यतीश चन्द्र शुक्ल ने यह संकल्प लिया कि वह बिना ब्रेक लिए पढ़ने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे, यतीश ने श्री