Skip to main content

भिलाई में आयोजित भोले बाबा की बारात गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक धार्मिक त्यौहार हैं, महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता हैं। इस विशेष दिन पर भगवान शिव में श्रद्धा रखने वाले भक्त व्रत-उपवास रखते हैं और विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना करते हैं। त्रिदेवों में ब्रह्म देव सृष्टि के रचयिता है, तो श्री हरि पालनहार हैं और भगवान शिव को संहारक के रूप माना जाता हैं। महाशिवरात्रि को लेकर भगवान शिव से जुड़ी कई मान्यताए प्रचलित हैं। ऐसा माना जाता हैं कि इस विशेष दिन ही रूद्र रूप में मध्यरात्रि को भगवान शिव का अवतरण हुआ था। इसके अलावा सबसे अधिक प्रचलित मान्यता यह हैं कि इस पावन तिथि को ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव जब माता पार्वती जी के यहाँ बारात लेकर पहुंचे तो उनके साथ बाराती के रूप में गण, संपूर्ण जगत के भूत-प्रेत, दानव, दैत्य, देवता आदि सम्मिलित थे और भगवान शिव ने भस्म से अपना श्रृंगार किया था।

महाशिवरात्रि के इस विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ के भिलाई में बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति द्वारा भगवान शिव जी की भव्य बारात एवं शोभायात्रा निकाली गई। भगवान शिव जी की बारात में हजारों की संख्या में शिव भक्त भूत-पिशाच एवं गण का रुप धारण करकर सम्मिलित हुए। बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री दया सिंह जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में आयोजित इस शोभा यात्रा को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) में "Most People Dressed as Shivgan" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई जी (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head GBWR) द्वारा छत्तीसगढ़के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी एवं बॉलीवुड अभिनेत्री रिमी सेन जी की उपस्थिति में श्री दया सिंह जी को प्रदान कर सम्मानित किया। वर्ल्ड रिकॉर्ड की घोषणा के साथ ही शोभायात्रा में उपस्थित लोग ख़ुशी से झूम उठे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी ने भी बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि आज भिलाई का नाम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गया। यह भिलाई के लिए ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए गौरव की बात है"। 

महाशिवरात्रि के अवसर पर निकली इस भव्य बारात में हरियाणा से आए पगला बाबा को देखने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता दिखी। हरियाणा में मलंग बाबा 'पगला बाबा" के नाम से प्रसिद्व है। वे अघोरी शिव के रूप में दिखे और उनके साथ भूत पिशाच की बड़ी संख्या में दिखे। अघोरी शिव के रूप में पगला बाबा ने शिव तांडव का नजारा पेश किया। बोलबम सेवा एवं कल्याण समिति द्वारा बाबा की बारात का यह 15 वां साल है। इस वर्ष बारात में 151 झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। बारात में न सिर्फ भिलाई शहर के बाल्कि आसपास के जिलों व अन्य प्रदेश से भी भक्त शामिल हुए। इस भव्य शोभायात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव जी, सासंद सरोज पाण्डेय जी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री धर्मलाल कौशिक जी सहित कई दिग्गज नेता एवं जनप्रतिनिधि कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहे।

 न्यूज़ एवं मीडिया कवरेज:

Video Courtesy:  KP News 

Video Courtesy: IBC24






Comments

Popular posts from this blog

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...

दैनिक भास्कर पाली के 21वें स्थापना दिवस पर 6000 किलो हलवे का निर्माण कर रचा विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में रिकॉर्ड दर्ज

राजस्थान विशेष रूप से अपने परंपरागत व्यंजनों एवं अपनी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहां के खाने का स्वाद, उसकी महक और विविधता कुछ अलग ही होती है। राजस्थान भारतीय राज्यों में एक विशेष स्थान रखता है जिसकी संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, और विविधता को व्यक्त करने में उसके व्यंजनों का महत्वपूर्ण योगदान है। राजस्थानी खाना भिन्न और अत्यधिक स्वादिष्ट होता है, जिसमें संस्कृति, रंग, और स्वाद का एक सुंदर संगम होता है। राजस्थानी भोजन में अलग-अलग चर्चित व्यंजनों के साथ-साथ, खाने के प्रति लोगों की उत्सुकता और उनकी आत्मिक संतोष की भावना भी देखने को मिलती है। राजस्थान का खाना व्यंजनों का अनूठा संगम है, जो स्थानीय सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है। अलग-अलग राजस्थानी शहरों में विभिन्न खाने की प्रकृतियों की विशेषता होती है, जो इसे भारतीय खाने की विविधता में एक अद्वितीय स्थान प्रदान करती है। इस राज्य के व्यंजन न केवल उसके स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि पर्यटकों के बीच भी इसका बहुत महत्व है, जो राजस्थान की सांस्कृतिक और रसोई समृद्धि दर्शाता हैं। राजस्थान के मारवाड़ ...

कमल शर्मा ने चक्रासन की मुद्रा में सबसे तेज़ 100 मीटर दूरी तय करके रचा विश्व कीर्तिमान, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

"योग" शब्द का उद्गम संस्कृत भाषा से है और इसका अर्थ "जोडना, एकत्र करना" है। योगिक व्यायामों का एक पवित्र प्रभाव होता है और यह शरीर, मन, चेतना और आत्मा को संतुलित करता है। योग के प्राथमिक लाभों में से एक शारीरिक स्वास्थ्य और लचीलेपन को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता है। योग में अभ्यास किए जाने वाले विभिन्न आसन या मुद्राएँ मांसपेशियों को धीरे-धीरे खींचती और मजबूत करती हैं, जोड़ों के लचीलेपन में सुधार करती हैं।नियमित अभ्यास के माध्यम से, अभ्यासकर्ताओं को ऊर्जा के स्तर में वृद्धि, मुद्रा में सुधार और शारीरिक बीमारियों के जोखिम में कमी का अनुभव होता है। योग के विभिन्न मुद्राओं एवं आसनों में से एक आसन हैं चक्रासन।चक्रासन एक बेहतरीन योगासन है, जिसे अंग्रेजी में व्हील पोज (Wheel Pose) भी कहा जाता है। इसे योग में उर्ध्व धनुरासन नाम भी दिया गया है। यह शरीर के एक-एक अंग को फायदा पहुंचाता है। सबसे बड़ी बात यह आपके दिल की हर मसल्स को खोल देता है। चक्रासन योग, ऐसी मुद्रा है जिसका अभ्यास काफी कठिन माना जाता है। शारीर के लचीलेपन और मांसपेशियों को अधिक मजबूती देने के प्रशिक्षित योगाभ्या...