दुनिया का सबसे छोटा लिफाफा बनाकर 8 वर्ष की उम्र में प्रभ्रीत ढांड ने गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपने नाम दर्ज किया
बच्चों में मस्तिष्क की क्रिएटिविटी को उभरने के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट (Art and Craft) एक बेहतरीन विकल्प हैं।आर्ट और क्राफ्ट के माध्यम से बच्चों में एकाग्रता, रंगों व अक्षरों की समझ के साथ-साथ रचनात्मकता भी बढ़ती है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें कला के प्रति जागरूक करना बहुत ज़रूरी है। उन्हें बचपन से ही आर्ट, पेंटिंग और क्राफ्ट जैसी सृजनात्मक कलाएं सिखाएं, ताकि वे इनके ज़रिए भविष्य के लिए तैयार हो सकें।बच्चों में क्राफ्ट के द्वारा पूर्व योजना बनाने की समझ बढ़ती है, क्योंकि क्राफ्ट में बच्चे जो बनाना चाहते हैं पहले उसकी भूमिका बनाते हैं। जैसे, कैसे उसकी शुरुआत हो, कैसा आकार वे चाहते हैं, किन रंगों से रंगेंगे और इस प्रकार से बच्चों में किसी भी कार्य से पहले उसकी योजना बनाने की समझ विकसित होती है। आर्ट एंड क्राफ्ट में कई फ़ील्ड्स होते हैं जिनमे से एक है मिनिएचर क्राफ्ट या मिनिएचर पेंटिंग इस कला में हम किसी भी वस्तु की छोटी प्रतिकृति का निर्माण करते हैं।
विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली भारतीय मूल की नन्ही प्रभ्रीत ढांड (Prabhreet Dhand) को आर्ट एंड क्राफ्ट में बेहद रुचि हैं। अपने खली समय में अधिकतर वे अपनी क्रिएटिविटी से कुछ न कुछ नया बनाने के प्रयास में लगी रहती हैं। अपनी इसी कला का प्रदर्शन करते हुए नन्ही प्रभीत ने एक छोटे से लिफाफे (Envelope) का निर्माण किया यह लिफाफा इतना छोटा था की उसे अब तक निर्मित सबसे छोटे लिफाफे के रूप में वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। प्रभ्रीत ढांड द्वारा बनाये गए लिफाफे की साइज़ 4x3 मिलीमीटर हैं अतः अपने सबसे छोटे आकर के कारण गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) में "Smallest Paper Envelope" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। अपनी बेटी का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने पर प्रभित के माता श्रीमती रुपिंदर कौर जी एवं पिता श्री अमनदीप ढांड जी ने हर्ष व्यक्त किया। प्रभ्रीत ढांड ने महज 8 वर्ष की उम्र में यह कारनामा कर कला के क्षेत्र में अपना एवं अपने माता-पिता का नाम रोशन किया।
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