Skip to main content

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ श्री मौलेशभाई उकानी जी के 60वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य सर्वधर्म समभाव समिति द्वारा आयोजित "विश्वबंधु महारक्तदान महोत्सव"

रक्तदान ऐसा महान सामाजिक कार्य हैं जिसके माध्यम से न सिर्फ किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है अपितु इससे रक्तदाता के शरीर पर भी बहुत अच्छा प्रभाव होता हैं। कई अध्ययनों में पाया गया हैं कि नियमित रुप रक्तदान करने से कई जानलेवा बीमारियों के खतरे से भी बचा जा सकता हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार एक स्वास्थ्य शरीर वाला व्यस्क व्यक्ति वर्ष में अधिकतम 4 बार रक्तदान कर सकता हैं। रक्तदान के प्रति जागरूकता लाने के लिए देश के कई हिस्सों में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता हैं, ताकि देश में स्थित ब्लड बैंको में रक्त की आपूर्ति की जा सके। ऐसा ही राजकोट, गुजरात में सर्वधर्म समभाव समिति (Sarvdharm Sambhav Samiti) द्वारा एक विशेष रक्तदान शिविर "विश्वबंधु महारक्तदान महोत्सव" का आयोजन किया गया। रक्तदान के उपरांत सर्वधर्म समभाव समिति द्वारा सभी रक्तदाताओं को तुलसी के पौधे सहित एक आकर्षक स्मारिका भी भेंट की गई।

गुजरात के सुप्रसिद्ध व्यवसायी, समाज सेवक एवं आयुर्वेदिक उत्पाद निर्माता कंपनी "बान लेब्स" (Ban Labs ) के संस्थापक श्री मौलेशभाई उकानी जी (Mr. Mouleshbhai Ukani) के 60वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में इस रक्तदान महोत्सव का आयोजन किया गया। मौलेशभाई उकानी जी एक सफल व्यवसायी के साथ-साथ एक बेहद सरल एवं प्रभावशाली व्यक्तिव के धनी है। समाज एवं मानवता की भलाई हेतु किये जाने वाले कार्यों के लिए वे सदैव ही तत्पर रहते है। चाहे वो कोविड-19 के विपदाकाल में अपने कर्मचारियों को 6 माह का मुफ्त राशन मुहैया करवाना हो या 10 हज़ार लोगों में चप्पलों के वितरण कार्य हो, सदा ही अनेक सामाजिक कार्यों में तन-मन-धन से आपका समर्पण रहता हैं। आपकी इसी वृहद विचारधारा के चलते आप हजारों युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। मौलेशभाई उकानी जी के प्रति इसी विशेष प्रेम और लगाव के चलते उनके 60वें जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित रक्तदान महोत्सव "विश्वबंधु महारक्तदान महोत्सव" में हजारों लोगों द्वारा रक्तदान किया गया। इस रक्तदान महोत्सव की विशेषता यह थी कि रक्तदान महोत्सव में एकत्र किये हुए रक्त से श्री मौलेशभाई उकानी जी को 6 बार तोला गया। 60वें जन्म दिवस के अवसर पर मौलेशभाई उकानी जी के प्रति प्रेम और समर्पण के चलते किया गया यह एक अद्भूत कार्य था। सर्वाधिक लोगों द्वारा रक्तदान कर किसी व्यक्ति विशेष को रक्त तोलने के इस अनूठे कार्य को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) द्वारा "First Feat of Weighing an Individual With Donated Blood" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का आधिकारिक प्रोविजनल सर्टिफिकेट महोत्सव में विशेष रूप से उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के इंडिया हेड श्री आलोक कुमार जी (Mr. Alok Kumar, India Head, GBWR) द्वारा प्रदान किया गया। वर्ल्ड रिकार्ड्स की घोषणा पर महोत्सव में उपस्तिथ अतिथिगण एवं रक्तदाताओं में विशेष उत्साह देखने को मिला। रक्तदान महोत्सव में दान किया गया रक्त, राजकोट की ब्लड बैंको के अलावा अहमदाबाद की  सिविल ब्लड बैंक में भी रक्त की आपूर्ति कर ब्लड बैंको की क्षमता बढ़ाएगा। विश्वबंधु महा रक्तदान महोत्सव को सफल बनाने में सभी धर्मों एवम जातियों का विशेष सहयोग रहा।

इस अवसर पर श्री हर्षल ललवानी जी ने कहा मौलेश भगवान शंकर जी का ही एक नाम हैं। मौलेशभाई अपने नाम के अनुसार शंकर जी की तरह आचार और विचार रखते है, हमेशा दूसरों के लिए कुछ करते रहना ये आपकी प्रकृति में शामिल है। इसी का परिणाम समाज में दिखाई देता हैं, जनसामान्य में मौलेशभाई के प्रति आदर इतना ज्यादा है, कि अधिकतर लोग आपसे हाथ नही मिलाते बल्कि आपके पैर छूना ज्यादा पंसद करते हैं।  श्री जय उकानी जी ने बतलाया कि परिवार में आप माता-पिता, भाई-बहन एवं सभी बच्चों को साथ लेकर चलते है, सच देखा जाय तो आप हमेशा सबको साथ लेकर ही चलते है, फिर वह चाहे परिवार हो या कंपनी l आपने Ban Labs को मालिक की तरह नही बल्कि एक परिवार की तरह ही चलाया है l बिज़नेस को 40-50 वर्षो में आपने जिस मुकाम पर अपने पिता एवम भाई साथ पहुंचाया है वो बिल्कुल भी आसान नहीं था ये आपकी मेहनत एवम दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है l समाज या सामाजिक कार्यों के लिए आप सदा तत्पर रहते है और बात अगर धर्म के कार्य की हो तो तन, मन, धन से समर्पित रहते हैंI श्री आलोक जी ने कहा कि आप तो राजकोट की आन, बान और शान हैं, नेकदिली ही आपकी सच्ची पहचान है l आप दुनिया के पहले व्यक्ति हैं जिनके जन्मदिवस पर शहर के हजारों लोगों ने अपना ब्लड दिया जिससे आपको कई बार तौला जा सके ताकि बाद में वो ब्लड जरूरतमंदों को दिया जा सकेl 


विश्वबंधु महा रक्तदान महोत्सव को सफल बनाए हेतु कई जातियों, धर्मों एवं संगठनों के लोगों का विशेष सहयोग रहा। इस भव्य योजना को सफल बनाने के लिए श्री मुकेशभाई दोशी जी और श्री डी.वी. मेहता जी के नेतृत्व में श्री मनीषभाई मडेका जी, श्री मुकेशभाई सेठ जी, श्री पराक्रम सिंह जाडेजा जी, डॉ. गिरीशभाई भिमानी जी, श्री दानिशभाई पटेल जी, श्री किरीटभाई अदरोजा जी, श्री नरेंद्रसिंह जाडेजा जी, श्री नरेंद्रभाई पचानी जी, श्री सर्वानंदभाई सोनवानी जी, श्री प्रभुदासभाई पारेख जी, श्री घनश्यामभाई हर्भा जी, श्री बाकिरभाई गांधी जी, श्री जगदीशभाई कोर्डिया जी, श्री भरतभाई गाजीपारा जी, श्री जयेशभाई पटेल जी, श्री जीतूभाई चंदराना जी, श्री हरीशभाई लखानी जी, डॉ. पारसभाई शाह जी, श्री अमृतभाई गढ़िया जी, श्री जतिनभाई भराड जी और यूसुफभाई मकदानी वर्ल्ड ब्रदरहुड वर्किंग (कार्यकारी) समिति के सदस्य श्री अनुपमभाई दोशी जी, श्री कल्पेश भाई पटेल जी, श्री रविभाई चांगेला, श्री सहदेवभाई डोडिया, श्री जयदीपभाई काचा, श्री किशोरभाई राठौड़ जी, श्री परिमलभाई परडवा जी, श्री नयनभाई रणपारा जी, श्री यशवंतभाई गोस्वामी जी, श्री चंदूभाई परमार जी, श्री देवांगभाई माकड़ जी, श्री जयेशभाई सोरथिया जी, श्री अजयभाई पटेल जी, श्री मितलभाई खेतानी जी, श्री कल्पेशभाई उकानी जी, सुनीलभाई वोरा जी, श्री नलिनभाई तन्ना जी, श्री सर्वेश्वरभाई चौहान जी, श्री रामभाई गरिया जी, श्री सुदीपभाई मेहता जी, श्री प्रवीणभाई गोंडालिया जी, श्री अजयभाई राजानी जी, श्री राजकुमारभाई उपाध्याय जी, श्री राणाभाई गोजिया जी, श्री अरविंदभाई सोलंकी जी, श्री इब्राहिमभाई सोनी जी, श्री नीरजभाई पटेल जी, श्री शैलेशभाई जानी जी, श्री अमितभाई भानवाड जी, श्री जिग्नेशभाई राठौड़ जी, श्री रौनकभाई गद्रे जी, श्री दानीभाई दधानिया जी, श्री आदित्यभाई चांगेला जी, श्री मंथनभाई दधनिया जी, श्री पार्थभाई गोधानी जी, श्रीमती ज्योतिबेन तिलवा जी, श्री विनुभाई लोकिल जी, श्री विनुभाई मनवर जी, श्री कौशिकभाई रबाडिया जी, श्री उपेनभाई मोदी जी आदि का विशेष सहयोग रहा।

इस महोत्सव में राजकोट शहर के सभी ब्लड बैंक जैसे फील्ड मार्शल ब्लड बैंक, राजकोट सिविल ब्लड बैंक, रेड क्रॉस ब्लड बैंक, नाथानी ब्लड बैंक, सौराष्ट्र स्वैच्छिक ब्लड बैंक, जीवनदीप ब्लड बैंक और साथ ही अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल ब्लड बैंक द्वारा विशेष सेवाए प्रदान की गयी। इसके अलावा, राजकोट स्वनिभर स्कूल प्रबंधन बोर्ड, समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट, आयुर्वेद और नर्सिंग कॉलेज के छात्र, एनसीसी, एनएसएस, गार्डी विद्यापीठ होम्योपैथ, और कड़वा पाटीदार समाज सहित कई शैक्षिक, सामाजिक और सेवा संगठनों के सदस्यों एवं विद्यार्थियों द्वारा इस महोत्सव को सफल बनाए हेतु अथक प्रयास किये गए। 

Video Courtesy: Talent Unlimited

मौलेशभाई के 60वें जन्मदिवस पर आयोजित इस विश्वबंधु महारक्तदान महोत्सव में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष श्री सी.आर. पाटिल जी, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री भरतभाई बोगरा जी, समाज कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती भानुबेन बाबरिया जी, कृषि मंत्री श्री राघवजीभाई पटेल जी, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजयभाई रूपानी जी, कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल श्री वजुभाई वाला जीश्रम रोजगार एवं पंचायत मंत्री श्री ब्रिजेशभाई मेरजा जी, सांसद श्री मोहनभाई कुंडारिया जी, सांसद श्री रामभाई मोकारिया जीराजकोट विधायक डाॅ. दर्शिताबेन शाह, श्री रमेशभाई तिलाला जी, राजकोट की मेयर श्रीमती नयनाबेन पेधड़िया जी, श्री नरेंद्र सिंह जाडेजा जीश्री जैमिनभाई ठाकर जीश्री अरविंदभाई पटेल जीश्री मुकेशभाई शेठ जीश्री जयरामभाई वसाड़िया जीश्री सर्वानंदभाई सोनवानी जीश्री राजुभाई जी, बिल्डर्स एसोसिएशन के श्री परेशभाई गजेरा जीश्री हरीशभाई लखानी जीशैक्षणिक, सामाजिक, धार्मिक और स्वास्थ्य संस्थानों के कई नेता श्री कालरिया जीश्री युसूफभाई मकड़ा जी, डॉ. बबीता हपानी जी, डॉ. योगेश मेहता जीआईएमए अध्यक्ष डाॅ. पारस शाह जी, डाॅ. अमित हपानी जी जैसे कई प्रतिष्ठित डॉक्टरों के अलावा समाज के सभी क्षेत्रों के नेता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। 

न्यूज़ एवं मीडिया कवरेज़ -

“Vishwabandhu Maharaktadan Mahotsav” organized by Sarvdharma Sambhav Samiti on the occasion of the 60th birthday of Mr. Maulesbhai Ukani, recorded in the Golden Book of World Records.






















Comments

Popular posts from this blog

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिल...

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ योगाचार्य आशीष शर्मा का नाम

वर्तमान समय में हम सभी योग एवं उससे होने वाले लाभो से भली भांति परिचित हैं। आज के समय में अनेक क्षेत्रों में योग का बहुत महत्व है। योग सही तरह से जीवन जीने का विज्ञान है और इसलिए इसे दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए। यह हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, भावनात्मक, आत्मिक और आध्यात्मिक, आदि सभी पहलुओं पर काम करता है। योग शब्द की जड़ है संस्कृत शब्द "युज" जिसका मतलब है जुड़ना। आध्यात्मिक स्तर पर इस जुड़ने का अर्थ है सार्वभौमिक चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना का एक होना। व्यावहारिक स्तर पर, योग शरीर, मन और भावनाओं को संतुलित करने और तालमेल बनाने का एक साधन है। योग साधना का शारीरिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका है। योग से अंगो की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है तथा शरीर स्वस्थ व निरोगी बनता है। योग के द्वारा शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी प्राप्त किया जा सकता है। योगाभ्यास द्वारा मन की चंचलता को कम कर मानसिक एकाग्रता प्राप्त की जा सकती है। मेरठ, उत्तरप्रदेश के रहने वाले श्री आशीष शर्मा जी (Mr. Ashish Sharma) का जन्म 28 जून 1992 को श्री कुलवंत किशोर शर्मा जी एवं श्र...

महाशिवरात्रि पर सिंधी समाज द्वारा 51 टन साबूदाने की खिचड़ी प्रसादी वितरण कर बनाया विश्व कीर्तिमान

शिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जैन नगरी को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar temple, Ujjain) भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन का महाकाल मंदिर एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग है जो दक्षिणमुखी है। दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज है, जिन्हें काल का स्वामी भी कहा जाता है इसलिए इस ज्योतिर्लिंग को महाकाल भी कहते हैं। भगवान शिव के इस स्वरूप का वर्णन शिवपुराण में भी विस्तार से मिलता है। उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विराजित बाबा महाकाल के दर्शन लाभ एवं आशीर्वाद हेतु पूरे वर्ष ही यहाँ देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता हैं। श्रावण माह एवं महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पावन अवसर पर दुनिया भर से आयें भक्तों की श्रद्धा एवं भक्ति से महाकालेश्वर मंदिर एवं पूरा उज्जैन शहर शिवमय हो जाता हैं। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में सिंधी समाज (Sindhi community) द्वारा साबूदाना खिचड़ी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री महेश परयानी जी (Mr. Mahesh Paryani) के मार्गदर्शन एवं ...