स्वर्ण मंदिर, अमृतसर में हज़ारों लोगों नें नशामुक्ति हेतु अरदास कर रचा इतिहास, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज
पंजाब पुलिस का आदर्श वाक्य है, "शुभ कर्मण ते कबहुं न तरूण", इसका मतलब है "नेक रास्ते पर चलने से कभी नहीं डरना चाहिए"। पंजाब पुलिस ने इस आदर्श वाक्य को अपनाया है और जनमानस की सेवा एवं सुरक्षा को प्राथमिकता प्रदान की है। अपने इसी कर्तव्य पथ पर चलते हुए कमिश्नरेट पुलिस, अमृतसर (Commissionerate of Police, Amritsar) द्वारा नशे के विरुद्ध एक मुहिम "द होप इनिशिएटिव: ड्राइव अगेंस्ट ड्रग" की शुरुआत की। नशा मानव एवं समाज के लिए एक ऐसा अभिशाप हैं, जो दीमक की तरह समाज और नशे के आदी व्यक्ति को पूरी तरह अन्दर से खोखला कर धीरे-धीरे नष्ट कर रहा हैं। आज की तारीख में इससे देश का युवा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जो नशे को फैशन और स्टेटस सिंबल के रूप जानकर, उसके प्रति आकर्षित होकर, अपने जीवन और भविष्य का नाश कर रहे हैं। राज्य को नशे की इसी बीमारी से बचाने के लिए अमृतसर पुलिस द्वारा नशा विरोधी मुहिम "द होप इनिशिएटिव" को सफल बनाने के लिए तीन स्तरीय रणनीति बनाई गयी, जिसके अंतर्गत "Prey, Pledge & Play" अर्थात "प्रार्थना, प्रतिज्ञा, एवं खेल" के माध्...