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Showing posts from September, 2023

दक्षिण भारत के सबसे बड़े फूड एक्सपो "जीतो फूड एंड वेलनेस स्टोरी" में रचे दो विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

दुनिया भर में कप केक (Cup Cake) आज विशेष स्नेक्स या डेज़र्ट के रूप में उपयोग में लाये जाते हैं। जो बच्चों से लेकर बूढों तक हर किसी का पसंदीदा एक मुलायम सा स्वादिष्ट व्यंजन हैं। कप केक बनाने की शुरुआत ब्रिटेन में 19वीं सदी के आसपास हुई थी तब से लेकर लेकर आज तक यह छोटे-छोटे केक्स लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। पश्चिमी देशों में अधिकतर उत्सव जैसे शादी, क्रिसमस या किसी अन्य पारिवारिक में कार्यक्रम केक एक महतवपूर्ण स्थान रखतें हैं। आज ये भारत मे भी बहुत पसंद किये जाते है। आज के समय दुनिया भर में कप केक्स कई फ्लेवर्स में बनाये जाते हैं जिनमें से वनिला, चोकलेट, रेड वेलवेट आदि फ्लेवर्स काफी मशहूर हैं। कप केक का डेकोरेशन भी महत्वपूर्ण होता है, इन्हें बटरक्रीम, फॉन्डेंट, चॉकलेट चिप्स, फ्रूट, और नट्स के टॉपिंग्स के साथ भी काफ़ी पसंद किया जाता हैं। देशभर में विभिन्न संस्कृतिक, वाणिज्यिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों के लिए मानी संस्था जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाईजेशन (Jain International Trade Organization, JITO) की अनुषागिक शाखा "जीतो चेन्नई लेडीज विंग " (JITO Chennai Ladies Wing ) द्वारा आयो

सैकड़ों युवाओं ने रक्तदान कर शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की रक्त निर्मित पौंटिंग बनाकर श्रद्धांजलि दी, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मे शामिल

आज हम स्वतंत्र भारत में जीवन यापन कर रहे हैं और हमारे पास सारी सुख सुविधाएं उपलब्ध हैं लेकिन पहले ऐसा नहीं था। भारत बहुत लंबे समय तक अंग्रेजों का गुलाम रहा, हमें अंग्रेज की गुलामी से आजादी दिलाने के लिए हमारे देश के बहुत से लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ न्योछावर किया। आज हम जो स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं वह कई शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा दिए बलिदानों के कारण संभव हो पाया हैं। ऐसा ही एक बड़ा बलिदान शहीद भगत सिंह जी (Shaheed Bhagat Singh) द्वारा दिया गया था। इसीलिए उनको आज शहीद-ए-आज़म भी कहा जाता है। 28 सितंबर 2023 को शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी की 116 वी जयंती है। शहीद भगत सिंह ब्रिगेड (Shaheed Bhagat Singh Brigade) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं शहीद भगत सिंह जी के सुपौत्र श्री यादवेन्द्र सिंह संधू जी (Mr. Yadvendra Singh Sandhu) के मार्गदर्शन में एक बहुत ही विशेष और अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसे शीर्षक दिया गया "शहीद-ए-आज़म भगत सिंह से दोस्ती" इस कार्यक्रम का आयोजन ब्राइट स्कॉलर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोनीपत, हरियाणा (Brig

नवभारत बिलासपुर संस्करण द्वारा 40वें स्थापना दिवस पर बनाया विश्व कीर्तिमान, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हुआ दर्ज

अच्छी आदतें जीवन को सफल बनाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। जिंदगी में सफल होने के लिए प्रत्येक व्यक्ति में कुछ अच्छी आदतों का होना बहुत आवश्यक हैं, उनमें से एक है पढ़ने की आदत। पढ़ना न सिर्फ एक अच्छी आदत हैं बल्कि इसकी वजह से हमारी सोच को एक रचनात्मक दृष्टिकोण भी मिलता हैं। जिस तरह शरीर के बाकी हिस्सों को कसरत की आवश्यकता होती हैं, उसी प्रकार दिमाग के लिए भी कसरत आवश्यक हैं। वैज्ञानिकों का मानना हैं कि पढ़ने की आदत से मानसिक तौर पर व्यक्ति लगातार ताजा बना रहता है और यह आदत मनोरंजन के साथ-साथ बेहतर एकाग्रता, मेमोरी और स्ट्रेस दूर करने में भी मददगार है। पढ़ने की अच्छी आदत को बनाने और बढ़ावा देने के लिए सबसे बेहतर तरीका हैं प्रतिदिन न्यूज़ पेपर पढ़ना। न्यूज़ पेपर पढ़ने से हम सामाजिक और बौद्धिक रूप से जागरूक बनते हैं क्योकि हमें न्यूज़ पेपर के माध्यम से देश-दुनिया की जानकारी प्राप्त होती है और साथ ही हम वर्तमान मुद्दों, उपलब्धियों, खोजों, घटनाओं, ऐतिहासिक तथ्यों, आदि जानकारियों से अवगत रहते हैं। नवभारत प्रेस (Navabharat Press) द्वारा प्रकाशित छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय दैनिक समाचार-पत्र नवभारत (Na

बड़ा बिज़नेस के एंटरप्रेन्योर्स लॉन्चपैड इवेंट में डॉ. विवेक बिंद्रा के सेशन ने रचा इतिहास, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड् में स्वर्णक्षारों मे अंकित

उत्साह और मोटिवेशन एक ऐसी चीज़ है जो व्यक्ति को कुछ भी करने के लिए प्रेरित कर सकती है और सशक्त बना सकती है। अगर व्यक्ति मोटीवेटेड है तो वह असम्भव दिखने वाला कार्य भी कर सकता है यहाँ तक कि वह पहाड़ भी तोड़ सकता हैं। उदाहरण के तौर पर देखे तो दशरथ मांझी ने अपने मोटिवेशन और प्रेरणा से पहाड़ खोद कर रास्ता बना दिया था और त्रेता युग में जमवंत जी द्वारा प्रेरित करने पर हनुमान जी ने सीता माता को खोजने के उद्देश्य से एक ही छलांग में समुद्र को लांघकर पार दिया था।  ऐसे ही अगर मोटिवेशन की बात करें  तो भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में सबसे प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर एवं बिज़नेस कोच है डॉ. विवेक बिंद्रा जी (Dr. Vivek Bindra, Motivation speaker, leadership consultant and business coach)। डॉ. बिंद्रा जी आज किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हैँ, इनके लिए कहा जाता है कि "आप सोते को भी जगा देते है और उसके अन्दर इतना मोटिवेशन और एनर्जी भर देते है कि वो बड़े-बड़े काम कर सकता हैं"। आपकी मोटिवेशनल बातें लोगों के दिलों में बस जाती हैं। डॉ. विवेक बिंद्रा जी का आर्गेनाइजेशन बड़ा बिज़नेस (Bada Business) आज भारत में एंटर

द मेकअप प्राइड फेस्टिवल गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

मेकअप एक ऐसी कला है, जिससे खूबसूरती भी निखरती है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। मेकअप व्यक्ति को अपनी सुंदरता बढ़ाने एवं खुद को रचनात्मक रूप से अभिव्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। चाहे वह रोजमर्रा का लुक हो या विशेष आयोजन हेतु श्रंगार करना हो, मेकअप में आत्मविश्वास बढ़ाने और भावनाओं को व्यक्त करने की शक्ति होती है। अपने पास मौजूद रंगों, ब्रशों और उत्पादों के पैलेट के साथ, मेकअप आर्टिस्ट चेहरे को तराशते हैं, हाइलाइट करते हैं और चेहरे को नया रूप प्रदान करते हैं, जिससे मेकअप की अनूठी विशेषताएं उजागर होती हैं। मेकअप का मतलब सिर्फ खामियों को छुपाना नहीं है; वरन सुन्दरता की अभिवृद्धि, आत्म-अभिव्यक्ति और अपने रूप पर प्रयोग करने का एक माध्यम भी है।  भारत देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के अभय प्रशाल स्पोर्ट्स क्लब में जे सी मार्केटिंग (J. C.  Marketing) द्वारा "The Makeup Pride Festival" का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत रेम्प शो, ब्यूटी एक्सिबिशन के साथ-साथ लाइव मेकअप शो (Live Makeup Show) का भी आयोजन किया गया। इस शो की खास बात यह थी कि यहाँ प्रदेश भर से आये 156 मेकअप आर्टिस्टों ने एक सा

दैनिक भास्कर ने माँ महामाया का प्रसाद अपने पाठकों के द्वार पहुंचाकर बनाया विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में रिकॉर्ड दर्ज

बिलासपुर, छतीसगढ़ में दैनिक भास्कर ने रतनपुर स्थित माँ महामाया के सिद्ध शक्तिपीठ का प्रसाद अपने लगभग 40 हज़ार पाठकों के घर अपनी प्रति के साथ पहुंचा कर एक इतिहास रच दिया। दैनिक भास्कर बिलासपुर एडिशन (Dainik Bhaskar, Bilaspur, Chhattisgarh) के स्थापना के 30 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में दैनिक भास्कर और श्री महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट द्वारा यह अनूठी पहल की गई। रतनपुर स्थित माँ महामाया माता के मंदिर का निर्माण रत्नदेव प्रथम के शासन काल में हुआ था, तब से लेकर आज तक यह पवित्र शक्तिपीठ बिलासपुर ही नहीं बल्कि पूरे देश भर में आस्था का केंद्र हैं। देश भर से श्रद्धालु यहाँ आकर श्री महामाया देवी का दर्शन लाभ लेकर अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करने हेतु प्रार्थना करते हैं। दैनिक भास्कर बिलासपुर और श्री महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट द्वारा श्रद्धालुओं की इसी आस्था का सम्मान करते हुए एवं प्रसाद की पैकिंग से लेकर वितरण तक इसकी शुद्धता एवं पवित्रता का ख्याल रखते हुए दैनिक भास्कर बिलासपुर के स्थापना दिवस के विशेष अवसर पर 40 हज़ार घरो तक सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी मंदिर, रतनपुर (Siddha Shaktipith shri Mahama

इस्कॉन द्वारा आयोजित गोपाल महाभिषेक कार्यक्रम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज

अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ  -  इस्कॉन (International Society for Krishna Consciousness) एक वैदिक धर्मिक संगठन है जो कृष्ण भक्ति के माध्यम से देश-दुनिया में लोगों को धार्मिक और आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान करता है। संगठन का मुख्य उद्देश्य भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) के प्रति श्रद्धा और प्रेम को प्रोत्साहित करना और लोगों को वैदिक धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के माध्यम से आध्यात्मिक जीवन की दिशा में मार्गदर्शन करना है। इस्कॉन के अनुयायी भगवान कृष्ण की पूजा, भगवद गीता का अध्ययन, कीर्तन (भगवान के नाम की महिमा का गान), और वैष्णव धर्म के मूल तत्वों का पालन करते हैं। इस्कॉन के संस्थापक एक प्रमुख आध्यात्मिक गुरु और भक्ति योग के प्रमुख प्रचारक थे जिनका नाम अभय चरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद (Abhaycharanavinda Bhaktivedanta Swami Prabhupada) हैं, जिन्हें "स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद" के नाम से भी जाना जाता है। स्वामी प्रभुपाद जी का जन्म 1 सितंबर 1896 को हुआ था और उन्होंने इस्कॉन की स्थापना 1966 में न्यूयॉर्क सिटी में की थी। स्वामी प्रभुपाद ने भगवद्गीता के उपदेशों क

छत्तीसगढ़ योग आयोग का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

भारत और योग का सम्बन्ध हजारों वर्ष पुराना हैं। यह सम्बन्ध इतना पुराना हैं जितनी भारतीय संस्कृति, भारत के ऋषि-मुनि प्राचीन काल से ही शारीरिक, मानसिक एवं अध्यात्मिक लाभ हेतु योग एवं ध्यान का प्रयोग करते आ रहे हैं। योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई जिसके पश्च्यात ही यह दुनिया भर के अन्य देशों में प्रचिलित हुआ। योगाभ्यास के माध्यम से शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ-साथ मन को भी शांत किया जा सकता हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास बेहद आवश्यक हैं। योग मानव शरीर की एक ऐसी जरूरत है जिसे पूरा करने से बहुत फायदे होते हैं। योग का सीधा संबंध मानव शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है योग हमें प्रकृति से जोड़ता है एवं स्वस्थ रखता हैं । छत्तीसगढ़ योग आयोग (Chhattisgarh Yog Aayog) द्वारा लोगों को योग के महत्व के प्रति जागरूक करने एवं स्वस्थ्य जीवन जीने को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश की राजधानी रायपुर के  स्वर्गीय  बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में सामूहिक सेतुबंध आसन (Bridge Pose Yoga) के योगाभ्यास का आयोजन किया गया