‘कथयति य: स कथन’ अर्थात् जो कथन करे वह कथक है। कथक नृत्य भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो अपनी गंभीरता, शृंगार, और आकर्षक अंगभंगी के लिए प्रसिद्ध है। इसे नाट्यशास्त्र के मूल्यांकन के रूप में मान्यता प्राप्त है और यह एक कठिन, न्यायिक और अद्यतित नृत्य रूप है जो गतिशीलता, गति और अभिव्यक्ति में एक अद्वितीय रंग भर देता है। कथक नृत्य न केवल एक दृश्यात्मक कला है, बल्कि यह एक कथावस्तु भी है जो भारतीय मानसिकता, संस्कृति और धार्मिकता को प्रदर्शित करती है। इसका लक्ष्य दर्शकों को रंगमंच पर एक यात्रा पर ले जाना है, जहां उन्हें आध्यात्मिकता, भक्ति और सुंदरता का अनुभव होता है। यह नृत्य कला गुरु-शिष्य परंपरा के माध्यम से प्रचलित हुई है और सालों के अभ्यास, समर्पण और तत्परता के साथ प्रदर्शन की जाती है। कथक नृत्य अपने ताल-राग-लय और मुद्राओं के माध्यम से एक कहानी को व्यक्त करता है, जो दर्शकों के मन को आकर्षित करती है और उन्हें आकर्षित करती है। कथक चक्कर एक नृत्य तकनीक है जो कथक नृत्य में प्रयोग होती है। कथक नृत्य में "कथक चक्कर" एक विशेष नृत्यांग (नृत्य के अंग) होता है जो नृत्य के समय नृत्यांग को घूमने के लिए उपयोग किया जाता है। यह चक्कर एक प्रकार का स्पिन होता है जिसमें नृत्यांग स्वतः घूमकर अपने स्थान पर वापस लौटता है।
सुल्तानपुर, उत्तरप्रदेश गोल्डन स्पिन गर्ल के नाम से प्रसिद्ध अनन्या श्रीवास्तव (Ananya Shrivastava) ने महज 6 वर्ष की उम्र में कथक के क्षेत्र में एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिससे उनका नाम हमेशा के लिए स्वर्णिम अक्षरों से लिख दिया गया। नन्ही अनन्या ने एक कार्यक्रम के दौरान दो हजार तीन सौ छः (2306) कथक स्पिन (चक्कर) करके एक विश्व इतिहास रच दिया उन्होंने यह कारनामा मात्र 24 मिनट की समयावधि में कर दिखाया। बेहद सामान्य परिवार में जन्मी अनन्या पिता आशीष और मां सन्ध्या की इकलौती बेटी है, अनन्या के पिता आशीष एक प्राइवेट कंपनी से काम कर जीविका चलाते हैं। मां सन्ध्या श्रीवास्तव एक प्राइवेट स्कूल में डांस टीचर हैं उनकी मां ही उनकी प्रथम गुरू है।
अनन्या श्रीवास्तव ने 2014 में दुर्गा पूजा के दौरान शहर के दुर्गा देवी पाडंल में नृत्य कर सबको आश्चर्य में डाल दिया था। उस समय वह महज ढाई साल की थी, इसके बाद वह निरंतर कथक नृत्य के क्षेत्र में आगे बढ़ती चली गई। साल 2017 में इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र नई दिल्ली में स्पेशल विनर के तौर पर नवाजा गया। उनका चयन सोनी सुपर डांस प्रतियोगिता में भी हुआ। इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के 06 बच्चों में वह प्रथम रही। जीटीवी की डीआईडी (डांस इण्डिया डांस) लिटिल मास्टर में अनन्या स्टूडियो राउंड मुंबई तक पहुंची थी। इसके बाद 15 अगस्त 2018 के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में उसने 24 मिनट में 2306 चक्कर पूरा कर कथक चक्र का रेकॉर्ड बनाया।अनन्या की प्रतिभा देख आश्चर्यचकित डीएम विवेक ने प्रशस्ति पत्र देकर वर्ल्ड रेकॉर्ड में आवेदन करने के लिए प्रेरित किया। अनन्या के माता पिता द्वारा इस नृत्य के रिकॉर्ड किये गये विडियो को हासिल कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स के लिए आवेदन किया, विडियो की बारीकी से जाँच करने के बाद गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के द्वारा अनन्या के इस अद्भुत कार्य को एक वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज कर लिया गया।
गोल्डन गर्ल नन्ही नृत्यांगना अनन्या श्रीवास्तव के लिए रोटरी क्लब द्वारा शहर के पं. रामनरेश त्रिपाठी सभागार में विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।जहाँ कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के इंडिया हेड श्री अलोक कुमार जी (Mr. Alok Kumar, India Head, GBWR) द्वारा अधिकारिक रूप से वर्ल्ड रिकॉर्ड की घोषणा करते हुए अनन्या को "Largest Kathak Spin Marathon" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित करते हुए कहा की अनन्या सिर्फ सुल्तानपुर की ही नहीं देश-दुनिया की प्रतिभा हैं। उन्होंने आगे कहा कि जिस उम्र में बच्चे टेबल (पहाड़े) और एबीसीडी सीखते हैं उस उम्र में अनन्या ने वर्ल्ड रिकार्ड बना दिया। इसी दौरान कार्यक्रम के आयोजक रोटरी क्लब के अध्यक्ष नीरव पाण्डेय व सचिव रमेश चन्द्र अदि ने नन्ही प्रतिभा को 51,000 रूपये की धनराशी पुरुस्कार स्वरुप प्रदान की गयी। कार्यक्रम में जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम सदर प्रणय सिंह (Sadar Pranay Singh, SDM) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे एवं रोटरी क्लब के संदीप, सागर तिवारी, वरिष्ठ रोटरियन रवि श्रीवास्तव, नैय्यर रजा जैदी, डॉ. डीएस मिश्रा, आशीष श्रीवास्तव, जितेंद्र श्रीवास्तव, डा. रवि त्रिपाठी आदि के साथ रोटरी महिला क्लब की सभी सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री राजवीर श्रीवास्तव जी द्वारा किया गया।
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सुलतानपुर: 24 मिनट में कथक का 2306 राउंड पूरा कर छह साल की अनन्या ने बनाया वर्ल्ड रेकॉर्ड
सुल्तानपुर में समारोह पूर्वक गोल्डन गर्ल अनन्या का हुआ सम्मान
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