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आचार्य बालकृष्ण का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

भारतीय संस्कृति में योग का महत्वपूर्ण स्थान है। योग मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और एक सुखी, स्वस्थ और उत्कृष्ट जीवन की प्राप्ति में मदद करता है। आचार्य बालकृष्ण एक ऐसे महान व्यक्ति हैं जिन्होंने योग को दुनिया भर में प्रमुखता प्रदान की है। उनकी साधना और प्रयासों के कारण उन्होंने आयुर्वेदिक दवाओं और स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय को गर्व के साथ अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई है। आचार्य बालकृष्ण का जन्म 4 अगस्त, 1972 में उत्तराखंड के उदयपुर जिले में हुआ। उन्होंने बाबा रामदेव के साथ मिलकर पतंजलि योगपीठ की स्थापना की और साथ ही योग और आयुर्वेद पर गहन अध्ययन किया। आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद, योग, जीवन-शैली और प्राकृतिक उपचार के क्षेत्र में अपनी पूरी जीवन को समर्पित कर दिया है।



आचार्य बालकृष्ण ने अपने अनुभवों, अध्ययन और विज्ञान पर आधारित विशेषज्ञता के साथ आयुर्वेद के क्षेत्र में विश्वस्तरीय पहचान बनाई है। उनके प्रमुख योगदानों में पतंजली आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय (Patanjali University) की स्थापना और विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों के विज्ञानिक तथ्यों की विस्तृत अध्ययन शामिल हैं। उन्होंने अनेक प्रमुख औषधियों का अध्ययन किया है और उनकी गुणकरत्ता और लाभों को विज्ञानिक तरीके से सिद्ध किया है।आचार्य बालकृष्ण द्वारा प्रमुख विकसित की गई आयुर्वेदिक औषधियों में पतंजलि दंत कंद पास्त, पतंजलि दिव्य मेदोहर वटी, पतंजलि दिव्या यौवनामृत वटी, पतंजलि आयुर्वेदिक अंग्रेजी औषधियां, पतंजलि दिव्या गैस अंटार्क्टिक की मदद से अपने संगठन ने विश्व भर में लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं।आचार्य बालकृष्ण का एक अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र योग और प्राकृतिक चिकित्सा है। उन्होंने योग को सर्वभौमिक रूप से प्रमोट किया है और लाखों लोगों को योग के लाभों के बारे में जागरूक किया है। उन्होंने प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की है जहां विभिन्न योग आसनों, प्राणायाम और ध्यान की शिक्षा दी जाती है।आचार्य बालकृष्ण को उद्यमिता और व्यापार क्षेत्र में भी मान्यता हासिल हुई है। पतंजलि आयुर्वेद के बाद उन्होंने पतंजलि ग्रामोद्योग विकास योजना की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करना और ग्रामीण उत्पादों को विपणन करना है।

आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड नामक कंपनी ने विश्वविद्यालय के साथ-साथ उत्कृष्टता को प्राप्त किया है। यह कंपनी आयुर्वेदिक दवाओं, स्वास्थ्य और शुद्धि उत्पादों का उत्पादन करती है और उन्हें विश्व भर में बेचती है। इसके साथ ही, उन्होंने योगासन, प्राणायाम और आयुर्वेद के अद्भुत लाभों को जागृत करने के लिए अनेक पुस्तकें प्रकाशित की हैं।

आचार्य बालकृष्ण जी की कई उपलब्धियों के लिए उनका नाम कई बार "गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड" (Golden Book of World Records) में भी दर्ज किया गया। 


आचार्य बालकृष्ण द्वारा लिखित पुस्तक "आयुर्वेद सिद्धांत रहस्य" (Ayurveda Siddhant Rahasya) जो की दिव्य प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है जिसे कुल त्रेसठ (63) भाषाओं में प्रकाशित किया जाता है जिसके लिए अगस्त 2016 में "A Book Published in Most Languages" के शीर्षक के साथ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।

आचार्य बालकृष्ण द्वारा लिखित पुस्तक "औषध दर्शन" (Aushadh Darshan) जो की दिव्य प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है। जिसकी अब तक एक करोड़ से भी अधिक प्रतिया बिक चुकी है। यह आयुर्वेद पर आधारित पहली एसी पुस्तक है जिसकी इतनी प्रतियों को ख़रीदा गया। जिसके लिए आचार्य बालकृष्ण द्वारा लिखित "औषध दर्शन" को "Largest Selling Book on Ayurveda" के शीर्षक के साथ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा एक वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया।

आचार्य बालकृष्ण को लोग प्राकृतिक जड़ी बूटी और औषधि के विशेष जानकार के रूप  में जाना जाता हैं और इस बात में कोई दो राय नहीं है की आज उनकी वजह से देश के आम-जन के अन्दर प्राकृतिक औषधियों एवं जड़ी बूटियों की समझ जागृत हुई। जिसका मुख्य कारण हैं, आस्था चैनल पर प्रदर्शित होने वाला शो "जीवन दर्शन" (Jeevan Darshan) यह टीवी शो पूर्णतः रूप से प्राकृतिक जड़ी-बूटियों की जानकारी व उनके चिकित्सीय लाभ की जानकारी पर आधारित हैं। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के औषधीय उपयोग पर आधारित अत्यधिक समय तक प्रसारित होने वाले इस के लिए "Longest Telecasted Daily Show on Medicinal Use of Herbsके शीर्षक के साथ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा एक वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया।

आचार्य बलकृष्ण जी का फेसबुक पेज " https://www.facebook.com/AcharyBalkrishna " है जो आयुर्वेद और जड़ी-बूटियों पर आधारित है जिसके माध्यम आचार्य अपने फोलोवर्स से कई घरेलु नुस्खे और प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के कई लाभदायक उपयोग की जानकारी साझा करते है आयुर्वेद और जड़ी-बूटियों पर आधारित सर्वाधिक लाइक प्राप्त करने कारण आचार्य के नाम "Most Facebook Likes on a Page of Ayurveda & Herbs" के शीर्षक के साथ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा एक वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। 

आचार्य बालकृष्ण की मेहनत, योगदान और उपलब्धियां आज के समय में महत्वपूर्ण हैं। उनके योगदान ने समाज को स्वस्थ रहने के लिए जागरूक किया है और लोगों को योग की शक्ति और आयुर्वेद के लाभों का अनुभव कराया है। उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन से हम सभी को स्वस्थ, खुशहाल और समृद्ध जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। इस प्रकार, आचार्य बालकृष्ण एक महान आयुर्वेदिक विज्ञानी, योग गुरु और विचारक हैं, जिन्होंने अपने योगदान के माध्यम से समाज को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया है। उनकी अद्भुत उपलब्धियां और अनुभव से हम सभी को संजीवनी मिलती है और हमें स्वस्थ और समृद्ध जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है।

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