Skip to main content

रितेश जैन जी ने सर्वाधिक भारतीय रिज़र्व बैंक गवर्नरों द्वारा हस्ताक्षरित करेंसी नोट का कलेक्शन कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

करेंसी कलेक्शन, जिसे न्यूमिस्माटिक्स (Numismatics) के नाम से भी जाना जाता है यह एक रोचक और ज्ञानवर्धक शौक है। न्यूमिस्माटिक्स शब्द ग्रीक शब्द 'न्यूमिस्मा' से आया है, जिसका अर्थ है 'मुद्रा'। इसमें विभिन्न देशों की मुद्राओं, सिक्कों, स्टैम्प्स और नोटों का संग्रह करना शामिल है। करेंसी कलेक्शन का इतिहास बहुत पुराना है। प्राचीन समय में, सिक्कों का संग्रहण केवल राजा-महाराजाओं और अमीर वर्ग द्वारा किया जाता था। आधुनिक समय में, यह शौक आम जनता के बीच भी लोकप्रिय हो गया है। करेंसी कलेक्शन एक शौक से कई अधिक है; यह इतिहास, संस्कृति और वित्तीय निवेश का संगम है। इसे अपनाने से आप न केवल विभिन्न देशों की मुद्राओं को इकट्ठा करेंगे बल्कि विश्वभर की सांस्कृतिक धरोहर से भी रूबरू होंगे। यह शौक न केवल ज्ञानवर्धक है बल्कि एक आनंददायक और लाभकारी भी साबित हो सकता है। दुर्लभ और ऐतिहासिक मुद्राओं का मूल्य समय के साथ बढ़ता है। यदि समझदारी से निवेश किया जाए, तो मुद्रा संग्रह से अच्छा रिटर्न मिल सकता है। करेंसी कलेक्शन एक काफी संतोषजनक शौक भी है। विभिन्न प्रकार की मुद्राओं को एकत्रित कर, उनकी देखभाल करना और उन्हें प्रदर्शित करना कलेक्टर्स को गर्व की अनुभूति कराता है। 

ओड़िसा, कोदियार रोड के श्री रितेश जैन जी (Mr. Ritesh Jain) अपने अनूठे एवं एंटिक कलेक्शन के लिए प्रसिद्ध हैं। भारतीय मुद्रा समेत साक टिकिट व एंटिक चीजों के संग्रह के लिए रितेश जैन जी को कई  मंचो पर सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जा चूका हैं। रितेश जैन जी के पास भारत की आज़ादी के बाद से जारी करेंसी नोट का अनूठा संग्रह हैं जिसमे रिजर्व बैंक के अब तक के तमाम गवर्नर्स द्वारा हस्ताक्षरित करेंसी नोट शामिल हैं। भारतीय मुद्रा के ऐसे अनूठे संग्रह के लिए श्री रितेश जैन जी का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) में "Collection of Currency Notes Signed by Most Number of Governors of the National Bank since Independence" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकार्ड का आधिकारिक सर्टिफिकेट गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स की प्रतिनिधि श्रीमती सोनल राजेश शर्मा जी (Mrs. Sonal Rajesh Sharma, Team GBWR) ने  श्री रितेश जैन जी को छत्तीसगढ़ के शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी (Mr. Brijmohan Agrawal) के समक्ष प्रदान कर सम्मानित किया। 

रितेश जैन जी के इस अनूठे संग्रह में 1947 से आज़ाद भारत के रिज़र्व बैंक के 23 गवर्नरों द्वारा हस्ताक्षरित विभिन्न राशी के 749 करंसी नोट मौजूद हैं। इसके अलावा रितेश जैन जी के पास ब्रिटिश इंडिया पीरियड के पोस्टल स्टाम्प का भी अद्भूत कलेक्शन हैं जिसमे सन् 1852 से 1943 तक के कुल 460 स्टाम्प मौजूद हैं। पोस्टल स्टाम्प के ऐसे अनूठे संग्रह के लिए श्री रितेश जैन जी का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में "Largest Collection of Postal Stamps of British India Period" के शीर्षक साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में पहले से ही दर्ज हैं।


न्यूज़ एवं मीडिया कवरेज - 



https://www.bhaskar.com/ करेंसी नोट संग्रह के लिए रितेश का नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज 

https://sansanicg.in/ रितेश जैन का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में

www.ramraj.co/ रितेश जैन का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में, बृजमोहन अग्रवाल के समक्ष उन्हे प्रदान किया गया सर्टिफिकेट

https://jantaserishta.com/ रितेश जैन का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में

Golden Book of World Record : रितेश जैन ने रचा इतिहास, अनूठे करेंसी कलेक्शन के लिए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दी शुभकामनाएं

https://www.chanamurraa.com/ रितेश जैन का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में…



Comments

Popular posts from this blog

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...

दैनिक भास्कर पाली के 21वें स्थापना दिवस पर 6000 किलो हलवे का निर्माण कर रचा विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में रिकॉर्ड दर्ज

राजस्थान विशेष रूप से अपने परंपरागत व्यंजनों एवं अपनी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहां के खाने का स्वाद, उसकी महक और विविधता कुछ अलग ही होती है। राजस्थान भारतीय राज्यों में एक विशेष स्थान रखता है जिसकी संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, और विविधता को व्यक्त करने में उसके व्यंजनों का महत्वपूर्ण योगदान है। राजस्थानी खाना भिन्न और अत्यधिक स्वादिष्ट होता है, जिसमें संस्कृति, रंग, और स्वाद का एक सुंदर संगम होता है। राजस्थानी भोजन में अलग-अलग चर्चित व्यंजनों के साथ-साथ, खाने के प्रति लोगों की उत्सुकता और उनकी आत्मिक संतोष की भावना भी देखने को मिलती है। राजस्थान का खाना व्यंजनों का अनूठा संगम है, जो स्थानीय सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है। अलग-अलग राजस्थानी शहरों में विभिन्न खाने की प्रकृतियों की विशेषता होती है, जो इसे भारतीय खाने की विविधता में एक अद्वितीय स्थान प्रदान करती है। इस राज्य के व्यंजन न केवल उसके स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि पर्यटकों के बीच भी इसका बहुत महत्व है, जो राजस्थान की सांस्कृतिक और रसोई समृद्धि दर्शाता हैं। राजस्थान के मारवाड़ ...

कमल शर्मा ने चक्रासन की मुद्रा में सबसे तेज़ 100 मीटर दूरी तय करके रचा विश्व कीर्तिमान, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

"योग" शब्द का उद्गम संस्कृत भाषा से है और इसका अर्थ "जोडना, एकत्र करना" है। योगिक व्यायामों का एक पवित्र प्रभाव होता है और यह शरीर, मन, चेतना और आत्मा को संतुलित करता है। योग के प्राथमिक लाभों में से एक शारीरिक स्वास्थ्य और लचीलेपन को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता है। योग में अभ्यास किए जाने वाले विभिन्न आसन या मुद्राएँ मांसपेशियों को धीरे-धीरे खींचती और मजबूत करती हैं, जोड़ों के लचीलेपन में सुधार करती हैं।नियमित अभ्यास के माध्यम से, अभ्यासकर्ताओं को ऊर्जा के स्तर में वृद्धि, मुद्रा में सुधार और शारीरिक बीमारियों के जोखिम में कमी का अनुभव होता है। योग के विभिन्न मुद्राओं एवं आसनों में से एक आसन हैं चक्रासन।चक्रासन एक बेहतरीन योगासन है, जिसे अंग्रेजी में व्हील पोज (Wheel Pose) भी कहा जाता है। इसे योग में उर्ध्व धनुरासन नाम भी दिया गया है। यह शरीर के एक-एक अंग को फायदा पहुंचाता है। सबसे बड़ी बात यह आपके दिल की हर मसल्स को खोल देता है। चक्रासन योग, ऐसी मुद्रा है जिसका अभ्यास काफी कठिन माना जाता है। शारीर के लचीलेपन और मांसपेशियों को अधिक मजबूती देने के प्रशिक्षित योगाभ्या...