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नन्ही समृद्धि ने छोटे से बॉक्स में 100 योग मुद्राएँ कर रचा विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज

भारतीय सांस्कृतिक विरासत में योग को एक महत्वपूर्ण धरोहर माना जाता है। योग एक शास्त्रीय और धार्मिक अभ्यास है जो शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधारने का माध्यम प्रदान करता है। योग का अभ्यास भारतीय संस्कृति में हजारों वर्षों से हो रहा है और इसे वेदों, उपनिषदों, और पुराणों में विस्तृत रूप से वर्णित किया गया है। योग का सिद्धांत भारतीय संस्कृति में 'संयुक्तता' और 'एकता' की भावना को प्रोत्साहित करता है और इसे एक स्वस्थ और संतुलित समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण धरोहर बनाता है। आजकल की व्यस्त जीवन शैली में योग बहुत ही आवश्यक हो गया है। योग का नियमित अभ्यास करने से व्यक्ति अपने दिनचर्या में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है और उसे बेहतर और स्वस्थ जीवन जीने की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। योग भारत द्वारा विश्व को दी गई एक अद्भूत भेंट हैं जिसे पूरी दुनिया में "विश्व योग दिवस" के रूप में हर साल 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन योग की महत्ता और इसके लाभों को प्रमोट करने के लिए समर्पित है।

आजकल की व्यस्त जीवन शैली में योग बहुत ही आवश्यक हो गया है। स्त्री हो या पुरुष, वृद्ध हो या जवान योग सभी के लिए बहुत फायदेमंद हैं।  प्रसन्नता का विषय यह है कि आजकल पूरी दुनिया में कुछ प्रतिभाशाली बच्चे योग को तेजी से अपना रहे हैं और अनेक प्रकार की उपलब्धियां प्राप्त कर रहे हैं। दुबई में रहने वाली भारत मूल की 11 वर्षीय समृद्धि कालिया (Ms. Samridhi Kaliya) ने योग के माध्यम से पुरे विश्व को एक बहुत ही महत्वपूर्ण सन्देश दिया। दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नन्ही समृद्धि ने सीमित स्थान में सबसे तेज गति से योग की 100 मुद्राओं को कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। समृद्धि द्वारा किया गए इस कार्य को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) द्वारा "Fastest Hundred Yoga Postures Performed in Restricted Space" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। नन्ही समृद्धि द्वारा 17×37 इंच के बॉक्स में मात्र 03 मिनट 18 सेकंड में योग की 100 विभिन्न मुद्राओं को परफॉर्म किया गया।

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए नन्ही समृद्धि में बताया की आमतौर पर लोग समय और जगह के आभाव का बहाना बनाकर योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने से पीछे हटते हैं। उन्ही लोगों को प्रतिदिन योग करने के लिए प्रेरित करने के लिए उन्होंने यह प्रयास किया हैं। समृद्धि की योग साधना एवं इतनी छोटी से उम्र में कठिनतम योग मुद्राओं को सरलता से करते देख लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं। कई अंतर्राष्ट्रीय योग प्रतियोगिताओं में समृद्धि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं। वर्ष 2019 में दुबई में भारतीय राजदूत महोदय के हाथों समृद्धि कालिया को  “प्रवासी भारतीय अवार्ड” से सम्मानित भी किया गया। योग के प्रति समर्पण और कठिन परिश्रम से कई बार विश्व रिकॉर्ड स्थापित का गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपने नाम दर्ज करवाया हैं। आज की तारीख में समृद्धि कई लड़कियों के लिए रोल मोडल हैं।

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