Skip to main content

सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षाविद श्री ओमप्रकाश टेलर भारतीय जी ने श्रीमद् भागवत गीता पर लगातार 26 घंटो तक व्याख्यान देकर बनाया विश्व रिकॉर्ड

श्रीमद् भागवत गीता हिन्दी साहित्य का महत्वपूर्ण ग्रंथ है। जो महाभारत के युद्ध के समय भगवान् कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिये गए उपदेश पर आधारित हैं। इस ग्रंथ में ज्ञान और जीवन दोनों के महत्वपूर्ण मुद्दों को समझाने का प्रयास किया गया है। भगवद् गीता के अनुसार, एक व्यक्ति को जीवन में शांति और सफलता प्राप्त करने के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। यहां पर्याप्त समय के साथ कर्मफल की चिंता करने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि केवल कर्म करने की निष्ठा रखनी चाहिए। भगवद् गीता में ज्ञान और भक्ति के मार्ग को भी विस्तार से बताया गया है। ज्ञान योग के अनुसार, आत्मा और ब्रह्म के बीच का सम्बन्ध समझना चाहिए। जब हम इस सत्य को समझते हैं, तो हम अपने आप को मुक्त कर सकते हैं। भक्ति योग के अनुसार, हमें भगवान् में श्रद्धा रखनी चाहिए।


भारत में अनादि काल से  भागवत गीता पर कई महान संतो, दार्शनिको एवं गुरुओं द्वारा उपदेश दिया जाता रहा है। ताकि हर मनुष्य अपने सद्कर्म और धर्म की राह पर चले और अपने जीवन सफलता प्राप्त करे, इसी क्रम में बदनावर, मध्य प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षाविद श्री ओमप्रकाश टेलर भारतीय (Mr. Om Prakash Tailor) ने लगातार 26 घंटे तक श्रीमद् भागवत गीता पर व्याख्यान देकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। पूर्व विधायक स्व. प्रेमसिंह दत्तीगांव की जयंती के उपलक्ष्य में बदनावर के चन्द्रलीला पैलेस में “गीता में स्वयं के दर्शन” शीर्षक पर कथा के प्रवक्ता श्री ओमप्रकाश टेलर जी ने अनवरत रूप से लगातार 26 घंटो तक व्याख्यान दिया जिसमे उन्होंने सत्य सनातन धर्म में श्रीमद् भागवत गीता को लोगो तक पहुँचाना और गीता के प्रति लोगो के मन में क्या भ्रांतियां इसको लेकर विस्तार से बताया और साथ में धर्म क्या है, गीता के प्रकार, श्री कृष्ण आदि विषयों पर प्रकाश डालते हुए व्याख्यान किया। श्री ओमप्रकाश टेलर द्वारा लगातार इतने लम्बे समय तक श्रीमद् भागवत गीता पर लगातार 26 घंटे तक व्याख्यान देने के लिए "Longest Session on Shrimad Bhagavad Gita" के शीर्षक से साथ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। जिसका सर्टिफिकेट कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई जी (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) द्वारा प्रदेश उद्योग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक श्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव की उपस्तिथि में श्री ओमप्रकाश टेलर जी को देकर सम्मानित किया।


श्री ओमप्रकाश टेलर जी के व्याख्यान को सुनने के लिए दर्शको में काफी उत्साह देखा गया लोग बढ़-चढ़कर इस कार्यक्रम के सहभागी बने। दिन तो ठीक हैं रात में भी बड़ी संख्या में व्याख्यान सुनने पहुँचे। बता दें की यह श्री ओमप्रकाश टेलर जी का दूसरा विश्व रिकार्ड हैं इससे श्री टेलर जी द्वारा लगातार 24 घंटो तक लगातार "बच्चों की अच्छी परवरिश" जैसे अतिमहत्वपूर्ण विषय पर व्याख्यान देकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था जिसे गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में "Longest Session on Good Parenting" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया।

अन्य मीडिया एवं न्यूज़ लिंक - 


Video Courtesy : Ntv Time







 



Comments

Popular posts from this blog

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिल...

सबसे कम उम्र में हनुमान चालीसा का पाठ करके ईशानी ने रचा इतिहास

तीन साल की आयु, जब बच्चे सामन्यतः बोलना सीख रहे होते हैं। वहीं इसी आयु की इंदौर की रहने वाली ईशानी खण्डेलवाल (Ishani Khandelwal) ने हनुमान चालीसा का पाठ सुनाकर सारी दुनिया को अचंभित कर दिया। ईशानी की इस उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ( Golden Book of World Record ) में स्वर्णिम अक्षरों से दर्ज किया गया है। ईशानी ने न केवल हनुमान चालीसा का पाठ किया है बल्कि उन्हें हनुमान चालीसा याद भी है। ईशानी को उनके माता पिता द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। 18 अप्रैल 2025 को मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली ईशानी खण्डेलवाल (D/O श्रीमती कृतिका एवं श्री मयूर खण्डेलवाल) ने महज 3 वर्ष 1 माह 9 दिन की आयु में हनुमान चालीसा का पाठ करके विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में "सबसे कम उम्र में हनुमान चालीसा का पाठ ( Youngest to Ricite Hanuman Chalisa )" के शीर्षक के साथ ईशानी खण्डेलवाल के नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज किया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डाँ. मनीष विश्नोई (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) ने ईशानी को उनके माता पिता की उपस्थिति ...