Skip to main content

धर्मनगरी कवर्धा में धार्मिक आयोजन का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्डस में दर्ज


कवर्धा, छत्तीसगढ़ (Kawardha, Chhattisgarh) में आयोजित  दिनांक 7 मई से 15 मई 2023 तक चलने वाले सात दिवसीय भव्य धार्मिक आयोजन का समापन संपन्न हुआ। कार्यक्रम के अंतर्गत श्री रूद्र महायज्ञ, श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ, श्री राम कथा एवं योग शिविर का आयोजन किया गया। इस दिव्य समारोह का आयोजन श्री गणेश तिवारी जी एवं श्रीमती नेहा तिवारी जी (Mr. Ganesh Tiwari and Mrs. Neha Tiwari) के द्वारा किया गया था। कार्यक्रम की भव्यता पहले ही दिन से नजर आ रही थी। इस आयोजन की शुरुआत बहुत ही भव्य तरीके से कलश यात्रा के साथ की गई, कलश यात्रा (Kalash yatra) में 11,000 से अधिक माताओं एवं बहनों नें भाग लिया। कलश यात्रा का विहंगम दृश्य देखकर सभी शहरवासी आनंद से भर गये।



कार्यक्रम में धर्म सभा का उद्बोधन परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नय् ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी (Shankaracharya shri Avimukteshwaranand Saraswati ji) द्वारा किया गया। कार्यक्रम में राम कथा का वाचन देश के सुप्रसिद्ध कथावाचक स्वामी रामस्वरूपाचार्य जी महाराज (Swami Ramswaroopacharya ji, Shri Ram Katha) के मुखारविंद से हुआ जो कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से चित्रकूट से पधारे थे। साथ ही स्वामी श्री राजीव लोचन दास जी महाराज (Sahi Rajiv Lochan das ji maharaj ji, Shrimad Bhagwat katha) के द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का वाचन किया गया। 


कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी (सीहोर वाले) का भी आगमन हुआ। पंडित मिश्रा (Pt. Pradip Mishra ji) जी के द्वारा विशाल धर्मसभा को संबोधित किया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भगवान शिव की कथा एवं भजन सुनकर झूमते नजर आये। इस भव्य धार्मिक आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आनंदचित्त होकर प्रवचन, भजन एवं भोजन का लाभ उठाया।


कार्यक्रम के दौरान महाभोज का भी आयोजन किया गया जहाँ हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा भोजन प्रसादी का लाभ लिया गया। भंडारे की  विशालता का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि भोजश्न हेतु चना-आलू की सब्जी का निर्माण करवाया गया था, जिसकी मात्रा 1,152 kg. (एक हजार एक सौ बावन) किलोग्राम रही जो अन्य व्यंजनों के साथ भोजन प्रसादी का लाभ ले रहे श्रद्धालुओं को परोसी गयी। सब्जी का इतनी अधिक मात्रा में निर्माण के लिए आयोजक श्री गणेश तिवारी एवं श्रीमती नेहा तिवारी (Mr. Ganesh Tiwari and Ms. Neha Tiwari) जी का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के पन्नों में दर्ज किया गया, जिसके लिए गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई जी (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) द्वारा "Largest Serving of Gram Vegetable Dish" के रिकॉर्ड टायटल का सर्टिफिकेट, बैच, मैडल देकर सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम की सबसे आकर्षक बात यह थी कि कार्यक्रम के दौरान कई विश्व कीर्तिमान स्थापित हुए जो सुप्रसिद्ध रिकॉर्ड बुक गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में स्वर्णाक्षरों में दर्ज किये गये एवं इनकी घोषणा कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डॉ. विश्नोई द्वारा की गयी। कार्यक्रम के पहले दिन आयोजक श्री गणेश तिवारी एवं श्रीमती नेहा तिवारी को संयुक्त रूप से सर्वाधिक कैलंडर वितरण (Largest distribution of calendars) हेतु वर्ल्ड रिकॉर्ड घोषित किया गया। आपको बता दे कि कैलंडर का निर्माण कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र के रूप में आयोजक द्वारा करवाया गया था जिसका वितरण 1,13,000 (एक लाख तेरह हजार) लोगों को वितरित कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। दूसरा रिकॉर्ड सर्वाधिक लोगो द्वारा जैविक खेती करने हेतु शपथ लेने (Most people pledged for organic farming) का दर्ज किया गया जिसमे आयोजक सहित अन्य लगभग 25000 (पच्चिस हज़ार) लोगों द्वारा कृषि में रासानिक उर्वरकों के स्थान पर प्राकृतिक उर्वरकों  के उपयोग की शपथ ली गयी।


कार्यक्रम के दौरान लोगों में अच्छे स्वास्थ्य के योग शिविर का आयोजन भी किया गया जो स्वामी परमार्थ देव जी (Swami Parmarthdev ji) के  मार्गदर्शन में स्वामी नरेन्द्र देव जी द्वारा करवाया गया। कार्यक्रम के समापन वाले दिन योग ऋषि पूज्य स्वामी रामदेव जी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से लाइव सम्बोधन दिया। योग शिविर के दौरान स्वामी परमार्थ देव जी (Swami Parmarthdev ji) के  मार्गदर्शन में सभी लोगों ने एक साथ तितली आसान किया जिसे गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सर्वाधिक लोगों द्वारा तितली आसन करने (Most people performing butterfly yoga) के शीर्षक के साथ स्वर्णाक्षरों मे दर्ज किया गया। तिवारी परिवार द्वारा आयोजित यह दिव्य एवं भव्य आयोजन शहर में चर्चा का विषय बना रहा।


मीडिया कवरेज -  



अन्य फोटो एवं मीडिया - 









Comments

Popular posts from this blog

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ योगाचार्य आशीष शर्मा का नाम

वर्तमान समय में हम सभी योग एवं उससे होने वाले लाभो से भली भांति परिचित हैं। आज के समय में अनेक क्षेत्रों में योग का बहुत महत्व है। योग सही तरह से जीवन जीने का विज्ञान है और इसलिए इसे दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए। यह हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, भावनात्मक, आत्मिक और आध्यात्मिक, आदि सभी पहलुओं पर काम करता है। योग शब्द की जड़ है संस्कृत शब्द "युज" जिसका मतलब है जुड़ना। आध्यात्मिक स्तर पर इस जुड़ने का अर्थ है सार्वभौमिक चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना का एक होना। व्यावहारिक स्तर पर, योग शरीर, मन और भावनाओं को संतुलित करने और तालमेल बनाने का एक साधन है। योग साधना का शारीरिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका है। योग से अंगो की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है तथा शरीर स्वस्थ व निरोगी बनता है। योग के द्वारा शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी प्राप्त किया जा सकता है। योगाभ्यास द्वारा मन की चंचलता को कम कर मानसिक एकाग्रता प्राप्त की जा सकती है। मेरठ, उत्तरप्रदेश के रहने वाले श्री आशीष शर्मा जी (Mr. Ashish Sharma) का जन्म 28 जून 1992 को श्री कुलवंत किशोर शर्मा जी एवं श्रीमती सुषम

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ दिव्यांग बच्चों के लिए आयोजित पांच दिवसीय स्किल डेवलपमेंट शिविर

मूक-बधिर बच्चें ऐसे बच्चें होते हैं जो जन्म से या किसी दुर्घटनावश बोलने और सुनने की क्षमता से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में मूक-बधिर बच्चों का विकास एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय है। इन बच्चों के लिए शिक्षा एवं सामाजिक समर्थन की बहुत अधिक आवश्यकता होती हैं। उन्हें विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है जो उन्हें विकसित करें, आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े होने में मदद कर सकें और परिवार के साथ मिलकर उन्हें समाज में सम्मिलित होने में मदद करें। इन बच्चों का शिक्षण-प्रशिक्षण एवं विकास, समर्थन और स्नेहभरे वातावरण में होना चाहिए ताकि वे भी सफलता प्राप्त कर सकें।  गुवहाटी, असम में दिनांक 28 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2023 तक मूक-बधिर बच्चों के कौशल विकास हेतु राष्ट्रीय स्तर पर पांच दिवसीय स्किल डेवलपमेंट शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन  तुलसी ग्रैंड, गरल धारापुर में  महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस आर्गेनाइजेशन (Mahaveer Intercontinental Service Organization), अनाम प्रेम (Anam Prem), मुंबई एवं आचार्य तुलसी महाश्रमण रिसर्च फाउंडेशन (Acharya Tulsi Mahashraman Research Foundation) द्वारा संयुक्त रूप से