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हजारों युवाओं ने एक किलोमीटर लंबे तिरंगे के समक्ष राष्ट्रध्वज के सम्मान की शपथ ली, बना विश्व रिकॉर्ड

     शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जयंती के अवसर पर हरियाणा के गोहाना (Guhana,  Haryana) में देशभक्ति का एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला, जहाँ हजारों युवाओं ने एक स्वर में राष्ट्रध्वज के सम्मान की शपथ ली। यह आयोजन शहीद भगत सिंह के अदम्य साहस, बुद्धिमत्ता और बलिदान को नमन करने के साथ-साथ नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जगाने का प्रतीक बना। इस अवसर पर "शहीद भगत सिंह ब्रिगेड" (Shaheed Bhagat Singh Brigade) के तत्वावधान में एक विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया जिसमें सर्वाधिक लोगों द्वारा देश की शान, तिरंगे के सम्मान की शपथ लेने वाले का रिकॉर्ड स्थापित हुआ। शहीद भगत सिंह ब्रिगेड और श्री यादविंदर सिंह संधू जी यह विश्व रिकॉर्ड शहीद भगत सिंह ब्रिगेड द्वारा किया गया, जो देशभर में देशभक्ति, शहीदों के आदर्शों और राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहन देने के लिए कार्यरत संगठन है। इस ब्रिगेड की स्थापना और नेतृत्व श्री यादविंदर सिंह संधू (Mr. Yadvinder Singh Sandhu, Founder, Shaheed Bhagat Singh Brigade) द्वारा किया गया है, जो शहीद भगत सिंह के पारिवारिक वंशज हैं। श्री संधू लगातार युवाओं को प्रेरित करन...
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बिहू नृत्य स्पिन्स से असम की बेटी दिदृक्षा सोनवाल ने रचा विश्व रिकॉर्ड

मुंबई में कार्यरत असम की युवा इंजीनियर दिदृक्षा सोनवाल (Didriksha Sonowal) ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GBWR) में नाम दर्ज कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने “30 सेकंड में सर्वाधिक बिहू नृत्य स्पिन्स (Bihu dance spins)” का रिकॉर्ड अपने नाम किया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) द्वारा जारी प्रमाणपत्र में कहा गया है कि 27 अगस्त 2025 को ठाणे (महाराष्ट्र) में प्रदर्शित इस आयोजन में दिदृक्षा ने 72 स्पिन्स कर यह विश्व रिकॉर्ड कायम किया। बिहू: असम की पहचान बिहू असम की संस्कृति का हृदय है। ढोल की थाप और लयबद्ध घूमाव से सजा यह नृत्य अब वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान दर्ज करा चुका है। दिदृक्षा ने कहा-“मेरे लिए यह सिर्फ नृत्य नहीं, बल्कि असम की संस्कृति को दुनिया तक पहुँचाने का माध्यम है। काम और जुनून के बीच संतुलन बनाकर भी संस्कृति को गौरव दिलाया जा सकता है।” मुंबई की कार्यसंस्कृति और उपलब्धि सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद वर्तमान में मुंबई के कंस्ट्रक्शन केमिकल क्षेत्र में कार्यरत दिदृक्षा ने कठिन पेशेवर दिनचर्या के बावजूद इस रिकॉर्ड को हासिल किया। उनकी यह उपलब्...

नवरात्रि पर्व में सर्वाधिक कन्याओं का पूजन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज

 नवरात्रि (Navratri festival) का पर्व शक्ति की उपासना और श्रद्धा का सबसे बड़ा प्रतीक है। इन नौ दिनों में माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना कर भक्त उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व है। मान्यता है कि छोटी बालिकाएँ माँ दुर्गा का साक्षात स्वरूप होती हैं और उनके चरण पूजन, भोजन तथा उपहार देकर सम्मानित करने से घर-परिवार में सुख, समृद्धि और शक्ति का संचार होता है। इस परंपरा से समाज में नारी के सम्मान और उसकी महत्ता का संदेश भी पीढ़ी दर पीढ़ी पहुँचता है। इसी परंपरा को भव्य स्वरूप देते हुए उज्जैन के विधायक श्री अनिल जैन कालूहेडा जी (Mr. Anil Jain Kaluheda) के मार्गदर्शन में लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महाआयोजन समिति (Lokmany Tilak Ganesh Utsav Mahaayojan Samiti, Ujjain) ने उज्जैन में इतिहास रच दिया। नवरात्रि के छठे दिन, 28 सितंबर 2025 को, शहर के 121 से अधिक स्थानों पर लगभग 25,000 कन्याओं का पूजन किया गया। इस आयोजन का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) की  टीम ने डॉ. मनीष विश्नोई की उपस्थिति में मुआयना किया और इसे ...

सम्मेद शिखरजी, फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज के स्वच्छता अभियान के लिए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज

पारसनाथ पर्वत पर स्थित सम्मेद शिखरजी (Sammed Shikhar, Parasnath) जैन समुदाय के लिए सबसे पवित्र तीर्थों (Jain pilgrimage) में से एक है। यह वह तपोभूमि है जहाँ 24 में से 20 जैन तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्त किया। इसी कारण यह पर्वत आध्यात्मिक जागृति, आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र माना जाता है। प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु गहन भक्ति के साथ कठिन यात्रा कर इस पावन तीर्थ की आराधना करते हैं। ऐसे पवित्र स्थलों की स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। स्वच्छ पर्वत न केवल इसकी प्राकृतिक सुंदरता को संजोता है, बल्कि दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को शुद्ध वातावरण भी प्रदान करता है। स्वच्छता, प्रकृति और आध्यात्मिकता के प्रति सम्मान का प्रतीक है तथा जैन धर्म के अहिंसा और पवित्रता के संदेश को भी जीवंत करती है। स्वच्छ वातावरण भावी पीढ़ियों को भी इस यात्रा को गर्व और श्रद्धा के साथ करने हेतु प्रेरित करेगा। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए, “सबसे अधिक लोगों द्वारा पर्वत को स्वच्छ रखने की शपथ” (Most People Pledged to Keep Mountain Clean) का विश्व रिकॉर्ड प्रयास फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज, इंटरनेश...

विश्व उमिया धाम मंदिर ने रचा इतिहास : धार्मिक अवसंरचना हेतु सबसे बड़ा राफ्ट कास्टिंग कार्य

पी. एस. पी. प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (PSP Projects Limited) ने निर्माण क्षेत्र की अब तक की सबसे कठिन और महत्वाकांक्षी उपलब्धियों में से एक को साकार कर इतिहास रच दिया। कंपनी ने अहमदाबाद स्थित विश्व उमिया धाम मंदिर (Vishv Umiya Dham Temple) के लिए धार्मिक अवसंरचना हेतु अब तक का सबसे बड़ा राफ्ट कास्टिंग सफलतापूर्वक पूरा किया। इस अद्वितीय उपलब्धि को आधिकारिक तौर पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) द्वारा मान्यता प्रदान की गई। उपलब्धि के आंकड़े ● निरंतर कास्टिंग अवधि: 54 घंटे लगातार कार्य ● कंक्रीट की मात्रा: लगभग 24,100 घन मीटर विशेष रूप से तैयार किया गया ECOMaxX M45 लो-कार्बन कंक्रीट ● राफ्ट के आयाम: लगभग 450 फुट × 400 फुट × 8 फुट ● मानव संसाधन एवं उपकरण: 600 से अधिक अभियंता और कुशल श्रमिक, 285 ट्रांजिट मिक्सर तथा 26 बैचिंग प्लांट्स का उत्कृष्ट समन्वय ● जिस संरचना को सहारा देना है: यह कार्य जगत जननी माँ उमिया मंदिर (504 फुट ऊँचा, 1,500 से अधिक धर्म स्तंभों सहित विश्व का सबसे ऊँचा मंदिर) के लिए किया गया। इतना कठिन क्यों था यह कार्य : इतने बड़े पैमाने पर राफ्ट कास्टिंग...

उत्तम सिंह ने पीछे की ओर हैंडस्टैंड वॉक करते हुए कार खींचकर विश्व रिकॉर्ड बनाया

शक्ति, धैर्य और अटूट संकल्प का प्रेरणादायक उदाहरण पेश करते हुए, डॉ. उत्तम सिंह, महोबा, उत्तर प्रदेश (Dr. Uttam Singh, Mahoba, UttarPradesh,  India) के निवासी, ने एक अद्वितीय विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने पीछे की ओर हैंडस्टैंड वॉक करते हुए कार को 54.20 मीटर (चौंसठ मीटर बीस सेंटीमीटर) तक खींचा। इस अविश्वसनीय उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ( Golden Book of World Records ) द्वारा आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई है। संघर्ष और साहस की प्रेरणादायक यात्रा डॉ. उत्तम सिंह की यह उपलब्धि सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि साहस और संघर्ष की एक मिसाल भी है। वर्ष 1996 में मथुरा में एक गंभीर दुर्घटना के दौरान उन्हें एक पैर की क्षति हुई। यह कठिन परिस्थिति उन्हें पराजित नहीं कर सकी। उन्होंने इसे अपने जीवन का एक नया अध्याय बनाने का अवसर समझा। अपनी क्षमताओं को चुनौती देने के लिए डॉ. उत्तम ने ज़ोरदार प्रशिक्षण शुरू किया। उन्होंने जिम्नास्टिक्स और हैंडस्टैंड वॉकिंग में खुद को निखारा। उनकी प्रतिभा और साहस ने उन्हें राष्ट्रीय मंच इंडिया गॉट टैलेंट में अपनी अद्भुत क्षमता दिखाने का अवसर दिलाय...

24 घंटे एस.पी. बालासुब्रह्मण्यम के गीत गाकर यशवंत ने रचा इतिहास

मशहूर पार्श्वगायक एस.पी. बालासुब्रह्मण्यम (S. P. Balasubrahmanyam) को संगीतमय श्रद्धांजलि देते हुए मंगलुरु के सुप्रसिद्ध गायक यशवंत एम.जी. (Yashavanth M. G., Bangaluru) ने 24 घंटे SPB के गीत गाकर अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स ( Golden Book of World Records ) में दर्ज कराया। यह ऐतिहासिक आयोजन 3 जून को दोपहर 3 बजे शुरू होकर 4 जून 2025 को दोपहर 3 बजे समाप्त हुआ और इसे एस.पी. बालासुब्रह्मण्यम के जन्मदिवस पर SPB को समर्पित किया। संगीतमयी श्रद्धांजलि इस प्रस्तुति का शीर्षक "Balagana Yoshogana" रखा गया। कार्यक्रम के दौरान GBWR के आधिकारिक नियम के अनुसार हर घंटे पांच मिनट का विराम दिया गया, ताकि यशवंत जलपान, हल्का भोजन और स्वर विश्राम कर सकें। लेकिन उनके अनुसार- “संगीत ने मुझे भोजन से कहीं अधिक ऊर्जा दी।” SPB के 16 भाषाओं में गाये 40,000 से अधिक गीतों से कन्नड में गाए हुए गानों ने इस आयोजन को एक अनूठी यात्रा बना दिया। यशवंत ने कहा- “मैं एस.पी. बालासुब्रह्मण्यम की आवाज़ सुनकर बड़ा हुआ हूँ। उनके गीत लगातार गाने से ऐसा लगा जैसे मैंने अपनी पूरी संगीत यात्रा फिर से जी ली।” संगत ...