Skip to main content

जोधपुर बिग एफएम की 'बिग मिर्चीवड़ा पार्टी' ने रचा इतिहास बनाया विश्व कीर्तिमान

भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है, यहां हर राज्य की अपनी एक अलग पहचान है, लोगों के रहन-सहन से लेकर खान पान भी हर राज्‍य का दूसरे राज्‍य से अलग है। सभी राज्यों के खाने का अपना अलग स्वाद है, जिसे दूसरे राज्यों के लोग भी खूब पसंद करते हैं और बड़े चाव से खाते हैं। राजस्थान की संस्कृति समृद्ध और विविधतापूर्ण है, राज्य के लोगों में इतिहास और परंपरा की गहरी समझ है। राजाओं की भूमि एक जीवंत और रंगीन राज्य है जहाँ परंपरा और संस्कृति साथ-साथ चलती है। राजस्थान अपने तीखे व्यंजनों के लिए जाना जाता है, जो उन लोगों के लिए एक स्वादिष्ट व्यंजन है जो अपने खाने में मसाले का आनंद लेते हैं। राजस्थान का जोधपुर अपनी यहां के पत्थरों और मिठाइयों के अलावा भी कई दूसरी चीजों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन सबसे ज्यादा अगर कोई प्रसिद्ध है तो वह है जोधपुर का मिर्ची बड़ा। जोधपुर आए और मिर्ची बड़ा ना खाएं ऐसा संभव नहीं है, कोई भी लोग जोधपुर आते है तो पहले जोधपुर का मिर्ची बड़ा खाते है, उसके बाद ही काम दूसरा करते है।

राजस्थान के जोधपुर में स्थित उम्मेद उद्यान में 92.7 बिग एफएम (92.7 Big FM) एवं ओसवाल ग्रुप (Oswal Group) के संयुक्त तत्वाधन में "बिग मिर्ची बड़ा पार्टी" ( Big Mirch Vada Party) का आयोजन किया गया। इस आयोजन की विशेष बात यह यह थी कि कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने यहाँ एक साथ मिर्ची बड़ा खाया और साथ में मिर्ची बड़ा खाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित कर दिया। "बिग मिर्ची बड़ा पार्टी" दौरान वहां उपस्थित 3500 से भी अधिक लोगों ने एक साथ मिर्ची बड़ा खाया जिसे गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में "Most People Eating Mirchi Vada" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई जी (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR ) द्वारा आयोजकों को प्रदान कर सम्मानित किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड की घोषणा के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर जश्न का माहौल छा गया।

मिर्ची बड़ा जोधपुर का प्रसिद्ध स्नैक है, जिसे मिर्च में आलू की स्ट्फिंग भरकर तला जाता है। राजस्थानी मिर्च बड़ा मोटी कम तीखी मिर्च के अंदर भुने हुए आलू के मसाले को भरकर तैयार किए जाते हैं। शहर के लोगों एवं देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों द्वारा यहाँ का मिर्ची बड़ा इतना पसंद किया जाता हैं कि यहाँ प्रतिदिन लगभग 3 लाख मिर्चीबड़े बिक जाते हैं।



Comments

Popular posts from this blog

सर्वाधिक योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) देश में महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत हैं। संगठन द्वारा राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व की शैली को विकसित करने हेतु  लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता के विकास हेतु पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला जैसे अन्य कई प्रशिक्षण शिविरों का समय-समय आयोजन किया जाता हैं। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा महिलाओं के अलावा बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु निरंतर कार्य किया जाता रहता हैं। संगठन द्वारा समय-समय पर सामाजिक के साथ धार्मिक कार्य भी किए जाते हैं।  "फिट इंडिया ही हिट इंडिया  है " की विचारधारा रखते हुए अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की संस्कार सिद्ध समिति (Sanskar Siddha Samiti) द्वारा एवं गीता परिवार (Geeta Parivar) के सानिध्य में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। विश्व योग दिवस दिनांक 21 जून 2023 से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 तक अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिल...

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ योगाचार्य आशीष शर्मा का नाम

वर्तमान समय में हम सभी योग एवं उससे होने वाले लाभो से भली भांति परिचित हैं। आज के समय में अनेक क्षेत्रों में योग का बहुत महत्व है। योग सही तरह से जीवन जीने का विज्ञान है और इसलिए इसे दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए। यह हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, भावनात्मक, आत्मिक और आध्यात्मिक, आदि सभी पहलुओं पर काम करता है। योग शब्द की जड़ है संस्कृत शब्द "युज" जिसका मतलब है जुड़ना। आध्यात्मिक स्तर पर इस जुड़ने का अर्थ है सार्वभौमिक चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना का एक होना। व्यावहारिक स्तर पर, योग शरीर, मन और भावनाओं को संतुलित करने और तालमेल बनाने का एक साधन है। योग साधना का शारीरिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका है। योग से अंगो की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है तथा शरीर स्वस्थ व निरोगी बनता है। योग के द्वारा शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी प्राप्त किया जा सकता है। योगाभ्यास द्वारा मन की चंचलता को कम कर मानसिक एकाग्रता प्राप्त की जा सकती है। मेरठ, उत्तरप्रदेश के रहने वाले श्री आशीष शर्मा जी (Mr. Ashish Sharma) का जन्म 28 जून 1992 को श्री कुलवंत किशोर शर्मा जी एवं श्र...

महाशिवरात्रि पर सिंधी समाज द्वारा 51 टन साबूदाने की खिचड़ी प्रसादी वितरण कर बनाया विश्व कीर्तिमान

शिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जैन नगरी को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar temple, Ujjain) भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन का महाकाल मंदिर एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग है जो दक्षिणमुखी है। दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज है, जिन्हें काल का स्वामी भी कहा जाता है इसलिए इस ज्योतिर्लिंग को महाकाल भी कहते हैं। भगवान शिव के इस स्वरूप का वर्णन शिवपुराण में भी विस्तार से मिलता है। उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विराजित बाबा महाकाल के दर्शन लाभ एवं आशीर्वाद हेतु पूरे वर्ष ही यहाँ देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता हैं। श्रावण माह एवं महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पावन अवसर पर दुनिया भर से आयें भक्तों की श्रद्धा एवं भक्ति से महाकालेश्वर मंदिर एवं पूरा उज्जैन शहर शिवमय हो जाता हैं। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में सिंधी समाज (Sindhi community) द्वारा साबूदाना खिचड़ी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री महेश परयानी जी (Mr. Mahesh Paryani) के मार्गदर्शन एवं ...