Skip to main content

इंदौर शहर के बच्चों ने भगवान श्री राम के जीवन आधारित सर्वाधिक पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगाकर बनाया विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज किया गया

भगवान राम जी को भगवान विष्णु जी का 7वां अवतार माना जाता है। भगवान राम को 'मर्यादा पुरुषोत्तम' कहा गया है अर्थात पुरुषों में सबसे श्रेष्ठ उत्तम पुरुष। भगवान राम जी के चरित्र की कई ऐसी विशेषताएं हैं जो उन्हें लोगों का आदर्श बनाती हैं। भगवान राम जी का पूरा जीवन ही संघर्षों से भरा रहा। भारत में उनका महत्व इसलिए नहीं है, क्योंकि उन्होंने जीवन में बहुत मुश्किले झेली, बल्कि उनका महत्व इसलिए है कि उन्होंने उन तमाम मुश्किलों का सामना बहुत ही शिष्टता पूर्वक किया। भगवान राम ने अपने आचरणों से हर किसी के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। प्रभु श्री राम एक आदर्श मनुष्य, पुत्र, भाई और पति होने के साथ-साथ एक आदर्श और कुशल शासक भी थे। श्री राम एक न्याय प्रिय शासक थे, उन्होंने बहुत अच्छा शासन किया, इसलिए आज भी रामराज्य के उदहारण दिए जाते  हैं। भगवान श्री राम के बारे में महर्षि वाल्मीकि द्वारा अनेक कथाएं लिखी गई।महर्षि वाल्मीकि के अलावा प्रसिद्ध महाकवि तुलसीदास जी ने भी श्री राम के महत्व को अपनी रचनाओं के माध्यम से लोगों को समझाया है। भगवान राम ने अपने जीवन में कई ऐसे महान कार्य किए है जिन्होंने हिन्दू धर्म को एक गौरवमयी इतिहास प्रदान किया है।

22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही हैं, जहां इससे पहले देशभर में अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठानों का किया जा रहा हैं। वहीं इन धार्मिक अनुष्ठानों में बच्चे भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। दिनांक 19 जनवरी 2024 को धर्म और संस्कृति के शहर इंदौर के दशहरा मैदान में 107 सीबीएसई स्कूल के बच्चों ने 40 हजार से ज्यादा पेंटिंग बनाकर प्रदर्शनी में लगाई, इस प्रदर्शनी में  बच्चों ने भगवान राम के अलावा माता सीता जी, भगवान लक्ष्मण जी और भगवान हनुमान जी की पेंटिंग तैयार कर लगाई। इस प्रदर्शनी का आयोजन इंदौर म्युनिसिपल कारपोरेशन (Indore Municipal Corporation), इंदौर सहोदय स्कूल्स काम्प्लेक्स (Indore Sahodaya schools complex), एवं एसोसिएशन ऑफ यूनाइडेड सीबीएसई स्कूल्स (Association of Unaided CBSE Schools) द्वारा किया गया। भगवान राम जी के विषय पर आधारित इस प्रदर्शनी को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) द्वारा "Largest Display of Paintings on Theme Lord Ram" के शीर्षक के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का आधिकारी घोषणा कर  प्रोविजनल सर्टिफिकेट आयोजन में विशेष रूप से उपस्थित गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, GBWR) एवं नेशनल हेड श्री आलोक कुमार जी (Mr. Alok Kumar, National Head, GBWR) द्वारा प्रदान किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट एसोसिएशन ऑफ यूनाइडेड सीबीएसई स्कूल्स के अध्यक्ष श्री अनिल धूपर जी, इंदौर सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स की चेयरपर्सन श्रीमती इसाबेल स्वामी जी एवं महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव जी को कार्यक्रम के दौरान विशेष अथिति नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय जी, विधायक श्री रमेश मेंदोला जी, श्रीमती मालिनी गौड़ जी एवं श्रीमती मधु वर्मा जी की उपस्थिति में प्रदान किया गया। 

प्रदर्शनी को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों बच्चों ने रामायण के सभी प्रसंगों को पेंटिंग के रूप में प्रदर्शित कर दिया। इस प्रदर्शनी में राम जन्म से लेकर उत्तरकाण्ड तक के सुन्दर चित्र देखने को मिले। इंदौर सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स की चेयरपर्सन श्रीमती इसाबेल स्वामी जी ने बताया कि "हर स्कूल से अधिकतम 1000 एवं न्यूनतम 500 पेंटिंग्स मंगवाई गयी। 2000 से अधिक विद्यार्थियों एवं 500 से अधिक शिक्षकों के कठिन परिश्रम ने इस प्रदर्शनी को मूर्त रूप दिया।" एसोसिएशन ऑफ यूनाइडेड सीबीएसई स्कूल्स के अध्यक्ष श्री अनिल धूपर जी ने बताया कि "विद्यार्थियों को पेंटिंग बनाने के लिए भगवान राम, रामायण एवं रामचरितमानस के विषय में जानकारी प्रदान की गयी एवं श्री राम से सम्बंधित विडियो भी दिखाऐ गए। इसी आधार पर बच्चों ने पेंटिंग्स बनाई जिन्हें इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया। इस पूरे कार्य को एक सप्ताह में मूर्त रूप देना भी किसी रिकॉर्ड से कम नहीं।" इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय जी ने बच्चों की होंसला अफज़ाई की एवं उन्होंने भगवान राम पर आधारित भजन 'मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएंगे भजन' गाया। प्रदर्शनी के दौरान सभी लोगों बच्चों द्वारा बनाई गई इन पेंटिंग्स की खूब सराहना की।   

न्यूज़ एवं मीडिया कवरेज़: 

Video Courtesy: Mradubhashi Pradesh

Video Courtesy: MP News TV





https://hindi.oneindia.com/ Indore News : स्कूली बच्चों ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, भगवान राम की 48 हजार पेंटिंग बनाई

https://mediawala.in/ 3 world records in painting exhibition: श्री राम के जीवन पर पेंटिंग प्रदर्शनी में 3 विश्व रिकार्ड बने

https://www.hindusthansamachar.in/ इंदौर ने कायम की आस्था की नई मिसाल, श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित पेंटिंग प्रदर्शनी में बनाए 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड

https://ghamasan.com/ इंदौर ने श्रीराम के जीवन चरित्र पर आधारित पेंटिंग प्रदर्शनी में बनाए तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड

https://navbharattimes.indiatimes.com/ श्रीराम के जीवन चरित्र पर आधारित पेंटिंग प्रदर्शनी में बनाए तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड

https://www.agniban.com/ इंदौर ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, भक्तिभाव और आस्था की नई मिसाल पेश; श्रीराम के जीवन चरित्र पर आधारित पेंटिंग प्रदर्शनी

https://newspositive.co.in/ Children of Indore city created a world record by exhibiting the maximum number of paintings based on the life of Lord Shri Ram, which was recorded in the Golden Book of World Records.

Comments

Popular posts from this blog

डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन घुटनों एवं जोड़ो के दर्द से परेशान मरीजों को निःशुल्क लाल तेल का सर्वाधिक वितरण का बनाया विश्व कीर्तिमान

जोड़ों का दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। यह दर्द विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि अव्यवस्थित खानपान, अधिक शारीरिक कार्य, जबकि कभी-कभी यह अन्य बीमारियों  के कारण रूमेटॉयड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, और गठिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं। सही जीवनशैली और नियमित चेकअप से यह संभावना है कि जोड़ों की समस्याओं को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार की शुरुआत की जा सके। तेल की मालिश जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता हैं जिसका परामर्श कई चिकित्सकों द्वारा दिया जाता हैं। राजस्थान, कोटा के रहने  वाले एवं जैन कांफ्रेंस, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री  डॉ. सुधीर हरबंस लाल जैन जी (Dr. Sudhir Harbans Lal Jain) का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित एवं सदैव जरूरत मंदों की सहायता करने वाले के रूप में लिया जाता हैं। "दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना एवं प्रतिकूल...

दैनिक भास्कर पाली के 21वें स्थापना दिवस पर 6000 किलो हलवे का निर्माण कर रचा विश्व कीर्तिमान गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में रिकॉर्ड दर्ज

राजस्थान विशेष रूप से अपने परंपरागत व्यंजनों एवं अपनी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहां के खाने का स्वाद, उसकी महक और विविधता कुछ अलग ही होती है। राजस्थान भारतीय राज्यों में एक विशेष स्थान रखता है जिसकी संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, और विविधता को व्यक्त करने में उसके व्यंजनों का महत्वपूर्ण योगदान है। राजस्थानी खाना भिन्न और अत्यधिक स्वादिष्ट होता है, जिसमें संस्कृति, रंग, और स्वाद का एक सुंदर संगम होता है। राजस्थानी भोजन में अलग-अलग चर्चित व्यंजनों के साथ-साथ, खाने के प्रति लोगों की उत्सुकता और उनकी आत्मिक संतोष की भावना भी देखने को मिलती है। राजस्थान का खाना व्यंजनों का अनूठा संगम है, जो स्थानीय सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है। अलग-अलग राजस्थानी शहरों में विभिन्न खाने की प्रकृतियों की विशेषता होती है, जो इसे भारतीय खाने की विविधता में एक अद्वितीय स्थान प्रदान करती है। इस राज्य के व्यंजन न केवल उसके स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि पर्यटकों के बीच भी इसका बहुत महत्व है, जो राजस्थान की सांस्कृतिक और रसोई समृद्धि दर्शाता हैं। राजस्थान के मारवाड़ ...

कमल शर्मा ने चक्रासन की मुद्रा में सबसे तेज़ 100 मीटर दूरी तय करके रचा विश्व कीर्तिमान, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

"योग" शब्द का उद्गम संस्कृत भाषा से है और इसका अर्थ "जोडना, एकत्र करना" है। योगिक व्यायामों का एक पवित्र प्रभाव होता है और यह शरीर, मन, चेतना और आत्मा को संतुलित करता है। योग के प्राथमिक लाभों में से एक शारीरिक स्वास्थ्य और लचीलेपन को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता है। योग में अभ्यास किए जाने वाले विभिन्न आसन या मुद्राएँ मांसपेशियों को धीरे-धीरे खींचती और मजबूत करती हैं, जोड़ों के लचीलेपन में सुधार करती हैं।नियमित अभ्यास के माध्यम से, अभ्यासकर्ताओं को ऊर्जा के स्तर में वृद्धि, मुद्रा में सुधार और शारीरिक बीमारियों के जोखिम में कमी का अनुभव होता है। योग के विभिन्न मुद्राओं एवं आसनों में से एक आसन हैं चक्रासन।चक्रासन एक बेहतरीन योगासन है, जिसे अंग्रेजी में व्हील पोज (Wheel Pose) भी कहा जाता है। इसे योग में उर्ध्व धनुरासन नाम भी दिया गया है। यह शरीर के एक-एक अंग को फायदा पहुंचाता है। सबसे बड़ी बात यह आपके दिल की हर मसल्स को खोल देता है। चक्रासन योग, ऐसी मुद्रा है जिसका अभ्यास काफी कठिन माना जाता है। शारीर के लचीलेपन और मांसपेशियों को अधिक मजबूती देने के प्रशिक्षित योगाभ्या...