13 वर्ष के न्याय बलर ने ब्लाइंडफोल्डेड एयर पिस्टल शूटिंग में किया कमाल, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में उपलब्धि दर्ज
यह रिकॉर्ड ROR स्पोर्ट्स अकादमी के श्री विश्रुत परमार जी (Mr. Vishrut Parmar from The ROR Sports Academy) और होम्बा के श्री कुशाग्र पांड्या जी (Mr. Kushagra Pandya, HOMBA) के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। सुश्री मितल और डॉ. भव्यिन बलर ((Ms. Mital & Dr. Bhavin Balar) के सुपुत्र न्याय की इस उपलब्धि ने परिवार, कोचों और वडोदरा शहर ही नहीं वरन भारत का मान बढ़ाया है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. मनीष विश्नोई, एशिया हेड, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Dr. Manish Vishnoei, Asia Head, Golden Book of World Records) उपस्थित रहे, जिन्होंने न्याय के इस अद्भुत प्रदर्शन की सराहना की। सफल प्रयास के उपरांत, डॉ. विश्नोई ने न्याय को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) का प्रोविजनल सर्टिफिकेट और मेडल प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।
इस अवसर पर डॉ. विश्नोई ने कहा: “जो उपलब्धि आज न्यााय ने हासिल की है, वह वास्तव में प्रेरणादायक है। ब्लाइंडफोल्डेड शूटिंग (Blindfolded Shooting) केवल कौशल का ही नहीं बल्कि आंतरिक अनुशासन और मानसिक शक्ति का भी प्रतीक है। उन्होंने दुनिया भर के युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है।”
अपनी खुशी जाहिर करते हुए न्यााय बलर ने कहा: “मुझे यह रिकॉर्ड बनाकर बहुत खुशी और प्रेरणा मिली है। ब्लाइंडफोल्डेड शूटिंग ने मुझे अपने अंदरूनी फोकस और अंतर्ज्ञान पर भरोसा करना सिखाया। यह सफलता मैं अपने माता-पिता और अपने मार्गदर्शकों को समर्पित करता हूँ।”
उनकी माता, श्रीमती मितल बलर ने कहा: “हमारे लिए यह गर्व का क्षण है। न्याय की मेहनत और अनुशासन ने न केवल हमारे परिवार का बल्कि पूरे वडोदरा का नाम रोशन किया है।”
कोच श्री विश्रुत परमार जी ने कहा: “शूटिंग में अत्यधिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है, लेकिन ब्लाइंडफोल्डेड शूटिंग (Blindfolded Shooting) खेल को एक नए स्तर पर ले जाती है। न्याय का संकल्प और समर्पण, इतनी कम उम्र में भी, यह साबित करता है कि सही मार्गदर्शन और अभ्यास से हर सीमा को पार किया जा सकता है।”
विशेष प्रशिक्षण के बारे में बताते हुए श्री कुशाग्र पांड्या जी ने कहा: “ब्लाइंडफोल्डेड शूटिंग (Blindfolded Shooting) ‘थर्ड आई एक्टिवेशन (Third Eye Activation)’ की अवधारणा पर आधारित है। विशेष तकनीकों के माध्यम से मन आँखों से परे अनुभव करना और अंतर्ज्ञान से जुड़ना सीखता है। न्यााय ने HOMBA में इस विधा को पूरी निष्ठा से सीखा, इसी कारण वह बिना देखे भी इतनी सटीकता से अपने शॉट्स को साध पाए। यह उपलब्धि ध्यान, जागरूकता और उच्च चेतना की शक्ति को दर्शाती है।”
एयर पिस्टल शूटिंग ऐसा खेल है जहाँ एक मामूली-सी हलचल भी निशाने को बदल सकती है। ब्लाइंडफोल्डेड शूटिंग इस चुनौती को कई गुना बढ़ा देती है, जिसमें खिलाड़ी को अपनी इंद्रियों और मन की गहराइयों पर निर्भर रहना पड़ता है। थर्ड आई एक्टिवेशन (Third Eye Activation) जैसी साधनाओं से यह खेल न केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम बल्कि एक ध्यानमय साधना भी बन जाता है — जिसमें अनुशासन, अंतर्ज्ञान और आंतरिक दृष्टि का संगम होता है।
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