शिक्षा और संस्कृति को उत्कर्ष पर पहुचाने वाले "पर्यावरण भूषण" डॉ. शिव वरण शुक्ल (Dr. Shiv Varan Shukla) के नाम दर्ज हुए कई विश्व कीर्तिमान
डॉ. शिववरण शुक्ल (Dr. Shiv Varan Shukla) का संपूर्ण जीवन शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित रहा आप छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत है अपने संपूर्ण कार्यकाल में उन्होंने विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में सेवाएं दी तथा शिक्षाविद् के रूप में उनके कार्य विद्यार्थियों के साथ-साथ उच्च शिक्षा से जुड़े संस्थान और शोधार्थियों के लिए भी अनुकरणीय हैं। उन्होंने कहा कि कर्मठ व्यक्ति के लिए कोई भी राह कठिन नहीं होती है और यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि डॉ. शुक्ल न केवल कर्मठ हैं, बल्कि अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। "मन से की गई मेहनत से सफलता अवश्य मिलती है" यह कथन डॉ. शुक्ल के जीवन से सीखा जा सकता है। यह उल्लेखनीय है कि डॉ. शिववरण शुक्ल जी कि अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने अनेक उपलब्धिया हांसिल की है जिसमे आयोग का नाम कई बार गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ( Golden Book of World Records ) में दर्ज किया गया। डॉ. शिववरण शुक्ल का जन्म भारत के उत्तर प्रदेश के रायबरेली के सरवरियन का पुरवा, रायपुर गौरी वर्तमान शिव नग...