धार विधानसभा के 76 स्थानों से निकली लाड़ली बहना तिरंगा कावड़ यात्रा ने रचा विश्व कीर्तिमान : गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में रिकॉर्ड दर्ज
श्रावण माह की शुरुआत के साथ ही देश में कावड़ यात्रा का दौर शुरू हो जाता हैं। इस पावन मास के साथ ही शिव भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिलता हैं। हर साल लाखों की संख्या में कांवड़ यात्री देश की पवित्र नदियों से जल ले जाकर अपने अपने क्षेत्र के शिवालयों में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं। पुराणों में बताया गया है कि कांवड़ यात्रा देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने का सबसे सरल और सहज तरीका है। भगवान शिव के भक्त बांस की लकड़ी पर दोनों ओर बंधे हुऐ पात्र के साथ पवित्र नदियों के तट पर पहुंचते हैं और पात्र में जल भरकर लौट जाते हैं। कांवड़ को अपने कंधों पर रखकर लगातार यात्रा करते हैं और अपने क्षेत्र के शिवालयों में जाकर जलाभिषेक करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में कभी कोई कष्ट नहीं होता है। साथ ही घर में धन-धान्य की कभी कोई कमी नहीं होती है और अश्वमेघ यज्ञ के समान फल मिलता है। धार, मध्यप्रदेश में आजादी के अमृत महोत्सव और भगवान शिव जी के प्रिय श्रावण और पुरुषोत्तम माह के पुण्य अवसर पर भारतीय जनता पार्टी ( BJP) के पू...