रायपुर, छत्तीसगढ़ के वृन्दावन हॉल में बिलासा साहित्य संगीत धारा (Bilasa Sahitya Sangeet Dhara) और स्वाभिमान संस्थान (Svabhiman Sansthan) द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. नन्द कुमार साय जी (Dr. Nand Kumar Sai), गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष दूधाधारी मठ के महंत राजेश्री डॉ. रामसुन्दर दास जी (Dr. Ramsamundar Das) द्वारा 'छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन' (Chhattisgarh Sampurn Darshan) पुस्तक का भव्य विमोचन किया गया। संपूर्ण छत्तीसगढ़ दर्शन ग्रंथ एक अद्वितीय छंदमय साझा संकलन है, जिसमें 1007 पृष्ठ हैं एवं छत्तीसगढ़ के 72 विषयों को 117 प्रकार के विविध छंदों में छंदबद्ध किया गया है। छत्तीसगढ़ एवं विभिन्न राज्यों के साहित्यकारों ने अपना अमूल्य योगदान देकर इस ग्रंथ को मूल रूप दिया है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ का संपूर्ण दर्शन है इसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति, कला, संगीत, परिवेश, उपलब्धि, शासन-प्रशासन, राजनीतिक-भौगोलिक परिदृष्टि समेत लोक संस्कृति, योजनाएं, उपलब्धियां और छत्तीसगढ़ की विशेषताओं को उल्लेखित किया गया है इसीलिए पुस्तक का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden