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Showing posts from October, 2025

हजारों युवाओं ने एक किलोमीटर लंबे तिरंगे के समक्ष राष्ट्रध्वज के सम्मान की शपथ ली, बना विश्व रिकॉर्ड

     शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जयंती के अवसर पर हरियाणा के गोहाना (Guhana,  Haryana) में देशभक्ति का एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला, जहाँ हजारों युवाओं ने एक स्वर में राष्ट्रध्वज के सम्मान की शपथ ली। यह आयोजन शहीद भगत सिंह के अदम्य साहस, बुद्धिमत्ता और बलिदान को नमन करने के साथ-साथ नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जगाने का प्रतीक बना। इस अवसर पर "शहीद भगत सिंह ब्रिगेड" (Shaheed Bhagat Singh Brigade) के तत्वावधान में एक विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया जिसमें सर्वाधिक लोगों द्वारा देश की शान, तिरंगे के सम्मान की शपथ लेने वाले का रिकॉर्ड स्थापित हुआ। शहीद भगत सिंह ब्रिगेड और श्री यादविंदर सिंह संधू जी यह विश्व रिकॉर्ड शहीद भगत सिंह ब्रिगेड द्वारा किया गया, जो देशभर में देशभक्ति, शहीदों के आदर्शों और राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहन देने के लिए कार्यरत संगठन है। इस ब्रिगेड की स्थापना और नेतृत्व श्री यादविंदर सिंह संधू (Mr. Yadvinder Singh Sandhu, Founder, Shaheed Bhagat Singh Brigade) द्वारा किया गया है, जो शहीद भगत सिंह के पारिवारिक वंशज हैं। श्री संधू लगातार युवाओं को प्रेरित करन...

बिहू नृत्य स्पिन्स से असम की बेटी दिदृक्षा सोनवाल ने रचा विश्व रिकॉर्ड

मुंबई में कार्यरत असम की युवा इंजीनियर दिदृक्षा सोनवाल (Didriksha Sonowal) ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GBWR) में नाम दर्ज कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने “30 सेकंड में सर्वाधिक बिहू नृत्य स्पिन्स (Bihu dance spins)” का रिकॉर्ड अपने नाम किया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) द्वारा जारी प्रमाणपत्र में कहा गया है कि 27 अगस्त 2025 को ठाणे (महाराष्ट्र) में प्रदर्शित इस आयोजन में दिदृक्षा ने 72 स्पिन्स कर यह विश्व रिकॉर्ड कायम किया। बिहू: असम की पहचान बिहू असम की संस्कृति का हृदय है। ढोल की थाप और लयबद्ध घूमाव से सजा यह नृत्य अब वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान दर्ज करा चुका है। दिदृक्षा ने कहा-“मेरे लिए यह सिर्फ नृत्य नहीं, बल्कि असम की संस्कृति को दुनिया तक पहुँचाने का माध्यम है। काम और जुनून के बीच संतुलन बनाकर भी संस्कृति को गौरव दिलाया जा सकता है।” मुंबई की कार्यसंस्कृति और उपलब्धि सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद वर्तमान में मुंबई के कंस्ट्रक्शन केमिकल क्षेत्र में कार्यरत दिदृक्षा ने कठिन पेशेवर दिनचर्या के बावजूद इस रिकॉर्ड को हासिल किया। उनकी यह उपलब्...

नवरात्रि पर्व में सर्वाधिक कन्याओं का पूजन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज

 नवरात्रि (Navratri festival) का पर्व शक्ति की उपासना और श्रद्धा का सबसे बड़ा प्रतीक है। इन नौ दिनों में माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना कर भक्त उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व है। मान्यता है कि छोटी बालिकाएँ माँ दुर्गा का साक्षात स्वरूप होती हैं और उनके चरण पूजन, भोजन तथा उपहार देकर सम्मानित करने से घर-परिवार में सुख, समृद्धि और शक्ति का संचार होता है। इस परंपरा से समाज में नारी के सम्मान और उसकी महत्ता का संदेश भी पीढ़ी दर पीढ़ी पहुँचता है। इसी परंपरा को भव्य स्वरूप देते हुए उज्जैन के विधायक श्री अनिल जैन कालूहेडा जी (Mr. Anil Jain Kaluheda) के मार्गदर्शन में लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महाआयोजन समिति (Lokmany Tilak Ganesh Utsav Mahaayojan Samiti, Ujjain) ने उज्जैन में इतिहास रच दिया। नवरात्रि के छठे दिन, 28 सितंबर 2025 को, शहर के 121 से अधिक स्थानों पर लगभग 25,000 कन्याओं का पूजन किया गया। इस आयोजन का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) की  टीम ने डॉ. मनीष विश्नोई की उपस्थिति में मुआयना किया और इसे ...