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Showing posts from February, 2025

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर उज्जैन में सबसे ज्यादा मात्रा में गाजर का हलवा बनाकर रचा इतिहास

  उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर भारत में बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज है जो काल के स्वामी है इसी कारण से इस ज्योतिर्लिंग को महाकाल नाम से जाना जाता है। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पावन अवसर में सारी दुनिया से लोग उज्जैन अपनी श्रद्धा और भक्ति भावना से श्री महाकाल बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं और सारी उज्जैन की नगरी जय श्री महाकाल के नारों से गूंजती उठती है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व विशेष महत्व रखता है I यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है l फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाए जाने वाले इस पर्व पर भगवान शिव और शिवलिंग की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है l मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने वैराग्य त्याग कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था और माता पार्वती से विवाह किया था इसलिए, हर साल इस दिन को शिव-गौरी के विवाह के रूप में मनाया जाता है l Dr. Maneesh Vishnoei with GBWR Certificate  26 फरवरी 2025 को महाशिवरात...